सोनभद्र: नीति आयोग द्वारा सोनभद्र को देश के अति पिछड़े जिलों की सूची में शामिल होने के बाद यहां केंद्र और प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दे रही हैं. इसी का परिणाम है कि जिला संयुक्त अस्पताल में पीपीपी मॉडल पर डायलिसिस सुविधा की शुरुआत हो चुकी है.
इस सुविधा के शुरू होने से जनपद के लोगों को अब डायलिसिस कराने के लिए वाराणसी नहीं जाना पड़ेगा. इस सुविधा का लाभ जिले के आदिवासी और गरीबों को मिलेगा. इसके साथ ही जो मरीज जिला अस्पताल में भर्ती होगा, उसे निशुल्क डायलिसिस सुविधा मुहैया कराई जाएगी.
पहले डायलिसिस कराने के लिए महीने में कई बार वाराणसी जाना पड़ता था, जिसका खर्च दो से ढाई हजार सिर्फ डायलसिस का लगता था. जिला अस्पताल में डायलिसिस सुविधा शुरू होने से बहुत राहत मिली है.
-रामचंद्र गुप्ता मरीज
जिला संयुक्त अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा 29 मई से शुरू हुई है. अभी तक 6 से 7 मरीज की डायलिसिस की जा चुकी है. यह सुविधा पूरी तरह से निशुल्क है. पहले मरीज डायलसिस के लिए वाराणसी जाते थे. इसका खर्चा कम से कम 25 से 30 हजार आता है. महीने में कम से कम 12 बार डायलिसिस कराना पड़ता है, इससे मरीजों को काफी समस्या होती थी. जब से यहां डायलिसिस सुविधा निशुल्क शुरू हुई है, मरीजों को काफी राहत है. इसका लाभ जिले के गरीब मरीजों को मिलेगा.
-डॉ पीवी गौतम मुख्य चिकित्सा अधीक्षक