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महाशिवरात्रि पर लगातार 32 घंटे तक दर्शन देंगे बाबा विश्वनाथ, इन नियमों का पालन जरूरी, मंदिर प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी - VISHWANATH TEMPLE VARANASI

बच्चों और बीमार लोगों से मंदिर में न आने की अपील, भीड़ नियंत्रित करने के लिए 55 जगह बैरियर लगाए जाएंगे.

काशी विश्वनाथ में महाशिवरात्रि की तैयारी.
काशी विश्वनाथ में महाशिवरात्रि की तैयारी. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 22, 2025, 12:03 PM IST

वाराणसी : बनारस में सावन-शिवरात्रि का विशेष महत्व है. भोलेनाथ की इस नगरी में इन अवसरों पर खास आयोजन होते हैं. पूरे सावन माह यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है. महाशिवरात्रि पर भी यहां लाखों की भीड़ पहुंचती है. प्रयागराज महाकुंभ की वजह से इस बार 15 लाख लोगों के जुटने का अनुमान है. इस समय रोजाना 7 से 8 लाख लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. धाम में 11 जनवरी से अब तक 1 करोड़ 60 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. भीड़ की वजह से मंदिर प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है.

विश्वनाथ धाम में भीड़ का टूटेगा रिकॉर्ड. (Video Credit; ETV Bharat)

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा. इस बार बाबा विश्वनाथ भक्तों को लगातार 32 घंटे तक दर्शन देंगे. बाबा विश्वनाथ की एक झलक पाने के लिए लोग अभी से ही लंबी-लंबी कतारों में लग रहे हैं. विश्वनाथ मंदिर के बाहर 5 किलोमीटर तक लंबी लाइन रोजाना लग रही है. दर्शन करने में लोगों को कई घंटे का वक्त लग रहा है.

वीआईपी और सुगम दर्शन बंद है. इसकी वजह से लोगों को प्रोटोकॉल और वीआईपी दर्शन का लाभ नहीं मिल रहा है. मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि महाशिवरात्रि पर इस बार भीड़ के पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हो सकते हैं. इसे लेकर मंदिर प्रशासन खास तैयारी कर रहा है. मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है. यदि आप भी यहां आने का प्लान बना रहे हैं तो आपको कई बातों का ध्यान रखना होगा.

1.मंदिर की लाइन में लगने से पहले अपने पास मौजूद प्रतिबंधित सामान हटा दें.

2.मंदिर में सिगरेट, पान मसाला, गुटखा, माचिस, पेन, मोबाइल, फोन, खैनी और डिजिटल वॉच के साथ ही ब्लूटूथ डिवाइस कोई भी अस्त्र-शस्त्र नुकीली चीज पूरी तरह से बैन है.

3. यदि आप गाड़ी से पहुंच रहे हैं तो वाहन की इलेक्ट्रिक चाबी और उसका इलेक्ट्रॉनिक की रिंग भी अंदर नहीं ले जा सकेंगे.

3.नेकबैंड, ब्लूटूथ, इयरबड्स भी मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने होटल या वाहन में रखकर आएं.

4.दर्शन की लाइन में लगने से पहले यदि इन चीज नहीं हटाएंगे तो चेकिंग प्वाइंट पर इन्हें हटाने के लिए भक्तों के पास कोई ऑप्शन नहीं होगा, फिर से आपको लाइन में लगना पड़ेगा.

5.यदि आप गाड़ी से आ रहे हैं तो जिस बैरियर प्वाइंट पर आपको रोका जाए उसके आसपास मौजूद पार्किंग में ही अपनी गाड़ी को पार्क कर दें.

6. किसी भी हाल में मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर किसी ठग के झांसे में न आएं.

7.माला फूलवाले या कोई भी पंडित-पंडा पैसे लेकर दर्शन नहीं करवा पाएगा. जल्दी दर्शन करने की लालच में पैसे मत दें.

8.अलग-अलग गेट से एंट्री करने के दौरान जिस गेट पर भी आप अपने जूता-चप्पल छोड़ें, उसके आसपास कोई लैंडमार्क चिन्हित कर लें ताकि आप वहां तक वापस पहुंच सकें.

9.खाली पेट कतार में न लगें. अपने साथ पानी, ओआरएस, ग्लूकोज साथ रखें, जिससे घंटों लाइन में लगने पर तबीयत न खराब हो.

10. बच्चे और बीमार लोग दर्शन के लिए न आएं. ऐसे लोग ऑनलाइन ही दर्शन का लाभ उठाएं.

प्रशासन ने किए ये इंतजाम : श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई स्थानों पर मेडिकल टीम को तैनात किया गया है. मेडिकल कैंप्स पर ओआरएस एवं अन्य जरूरी दवाओं के साथ चिकित्सक मौजूद रहेंगे. महाशिवरात्रि की भीड़ को संभालने के लिए 55 जगह बैरियर लगाए जाएंगे. काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र को 13 सेक्टर में बांटा गया है. यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए 08 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 24 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 164 हेड कांस्टेबल और 300 होमगार्ड लगाए गए हैं.

इस बार महाकुंभ से लौटे नागा संन्यासी और साधु संत भी दर्शन करेंगे. उन्हें सुबह गेट नंबर 4 से एंट्री दी जाएगी. साधु-संन्यासियों के प्रवेश के समय गेट नंबर 4 से दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा. साधु संतों को सी गेट से गर्भगृह के उत्तरी और पूर्वी द्वार से दर्शन-पूजन करवाने के बाद पश्चिमी गेट से अन्नपूर्णा मंदिर लाया जाएगा. गोदौलिया से मैदागिन नो व्हीकल जोन रहेगा. बैरिकेडिंग छोड़कर बाहर न निकलें.

मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है.
मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है. (Photo Credit; ETV Bharat)

मंदिर को खास तरह से सजाया गया : महाशिवरात्रि को लेकर श्री काशी विश्वनाथ धाम को आकर्षक तरीके सजाया गया है. रंग-बिरंगी लाइटें लगाई गईं हैं. अभी धाम के अन्य हिस्सों को भी सजाने का काम चल रहा है. धाम में स्थित कई भवन विद्युत झालरों की रोशनी से जगमग हैं. वहीं महाशिवरात्रि महोत्सव के दूसरे दिन पूजन-अर्चन और रूद्राभिषेक का क्रम जा रहेगा.

मंदिर के सीईओ ने बताया कि पिछले वर्ष नवाचार प्रारंभ कर महाशिवरात्रि से पूर्व श्री काशी विश्वनाथ धाम में स्थित प्रधान महादेव विग्रहों का रूद्राभिषेक किया गया था. इसी नवाचार को बढ़ाते हुए इस वर्ष भी धाम में स्थित प्रधान महादेव विग्रहों का महाशिवरात्रि महोत्सव में रूद्राभिषेक किया जा रहा है. प्रधान महादेव विग्रहों का रुद्राभिषेक शनिवार को भी जारी रहेगा.

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण ने बताया कि महाकुंभ की वजह से मंदिर में काभी भीड़ जुटने का अनुमान है. सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं को उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. मंदिर प्रांगण में बैरिकेडिंग, जिगजैक बैरीकेडिंग, पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है. कई जगहों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई है. प्रांगण में ही श्रद्धालुओं के सुविधा के लिए जरूरी सूचनाओं को माइक से प्रसारित किया जा रहा है. भटके और बिछड़े लोगों को खोजने के लिए खोया- पाया केंद्र भी सक्रिय है. श्रद्धालुओं को सहयोग प्रदान करने के लिए कर्मी भी लगाए गए हैं.

ऑनलाइन दर्शन का उठाएं लाभ : मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि पर विभिन्न अखाड़ों के पूज्य साधु- संत भी मंदिर आते हैं. ऐसे में आम श्रद्धालुओं को कुछ देर के लिए दर्शन से रोका जा सकता है. लोग धैर्य बनाए रखें. भीड़ को देखते हुए मंदिर न्यास ने अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, यूट्यूब और टाटा स्काई के माध्यम से भी श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन की व्यवस्था की है‌. इस सुविधा का लाभ उठाते हुए बुजुर्ग, बीमार एवं अशक्त श्रद्धालु ऑनलाइन दर्शन का लाभ उठाएं.

यह भी पढ़ें : प्रयागराज जैसे वाराणसी के हालात, ड्रोन से देखिए भीड़ से पटीं सड़कें, गलियां और घाट

वाराणसी : बनारस में सावन-शिवरात्रि का विशेष महत्व है. भोलेनाथ की इस नगरी में इन अवसरों पर खास आयोजन होते हैं. पूरे सावन माह यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है. महाशिवरात्रि पर भी यहां लाखों की भीड़ पहुंचती है. प्रयागराज महाकुंभ की वजह से इस बार 15 लाख लोगों के जुटने का अनुमान है. इस समय रोजाना 7 से 8 लाख लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. धाम में 11 जनवरी से अब तक 1 करोड़ 60 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. भीड़ की वजह से मंदिर प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है.

विश्वनाथ धाम में भीड़ का टूटेगा रिकॉर्ड. (Video Credit; ETV Bharat)

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा. इस बार बाबा विश्वनाथ भक्तों को लगातार 32 घंटे तक दर्शन देंगे. बाबा विश्वनाथ की एक झलक पाने के लिए लोग अभी से ही लंबी-लंबी कतारों में लग रहे हैं. विश्वनाथ मंदिर के बाहर 5 किलोमीटर तक लंबी लाइन रोजाना लग रही है. दर्शन करने में लोगों को कई घंटे का वक्त लग रहा है.

वीआईपी और सुगम दर्शन बंद है. इसकी वजह से लोगों को प्रोटोकॉल और वीआईपी दर्शन का लाभ नहीं मिल रहा है. मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि महाशिवरात्रि पर इस बार भीड़ के पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हो सकते हैं. इसे लेकर मंदिर प्रशासन खास तैयारी कर रहा है. मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है. यदि आप भी यहां आने का प्लान बना रहे हैं तो आपको कई बातों का ध्यान रखना होगा.

1.मंदिर की लाइन में लगने से पहले अपने पास मौजूद प्रतिबंधित सामान हटा दें.

2.मंदिर में सिगरेट, पान मसाला, गुटखा, माचिस, पेन, मोबाइल, फोन, खैनी और डिजिटल वॉच के साथ ही ब्लूटूथ डिवाइस कोई भी अस्त्र-शस्त्र नुकीली चीज पूरी तरह से बैन है.

3. यदि आप गाड़ी से पहुंच रहे हैं तो वाहन की इलेक्ट्रिक चाबी और उसका इलेक्ट्रॉनिक की रिंग भी अंदर नहीं ले जा सकेंगे.

3.नेकबैंड, ब्लूटूथ, इयरबड्स भी मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने होटल या वाहन में रखकर आएं.

4.दर्शन की लाइन में लगने से पहले यदि इन चीज नहीं हटाएंगे तो चेकिंग प्वाइंट पर इन्हें हटाने के लिए भक्तों के पास कोई ऑप्शन नहीं होगा, फिर से आपको लाइन में लगना पड़ेगा.

5.यदि आप गाड़ी से आ रहे हैं तो जिस बैरियर प्वाइंट पर आपको रोका जाए उसके आसपास मौजूद पार्किंग में ही अपनी गाड़ी को पार्क कर दें.

6. किसी भी हाल में मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर किसी ठग के झांसे में न आएं.

7.माला फूलवाले या कोई भी पंडित-पंडा पैसे लेकर दर्शन नहीं करवा पाएगा. जल्दी दर्शन करने की लालच में पैसे मत दें.

8.अलग-अलग गेट से एंट्री करने के दौरान जिस गेट पर भी आप अपने जूता-चप्पल छोड़ें, उसके आसपास कोई लैंडमार्क चिन्हित कर लें ताकि आप वहां तक वापस पहुंच सकें.

9.खाली पेट कतार में न लगें. अपने साथ पानी, ओआरएस, ग्लूकोज साथ रखें, जिससे घंटों लाइन में लगने पर तबीयत न खराब हो.

10. बच्चे और बीमार लोग दर्शन के लिए न आएं. ऐसे लोग ऑनलाइन ही दर्शन का लाभ उठाएं.

प्रशासन ने किए ये इंतजाम : श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई स्थानों पर मेडिकल टीम को तैनात किया गया है. मेडिकल कैंप्स पर ओआरएस एवं अन्य जरूरी दवाओं के साथ चिकित्सक मौजूद रहेंगे. महाशिवरात्रि की भीड़ को संभालने के लिए 55 जगह बैरियर लगाए जाएंगे. काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र को 13 सेक्टर में बांटा गया है. यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए 08 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 24 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 164 हेड कांस्टेबल और 300 होमगार्ड लगाए गए हैं.

इस बार महाकुंभ से लौटे नागा संन्यासी और साधु संत भी दर्शन करेंगे. उन्हें सुबह गेट नंबर 4 से एंट्री दी जाएगी. साधु-संन्यासियों के प्रवेश के समय गेट नंबर 4 से दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा. साधु संतों को सी गेट से गर्भगृह के उत्तरी और पूर्वी द्वार से दर्शन-पूजन करवाने के बाद पश्चिमी गेट से अन्नपूर्णा मंदिर लाया जाएगा. गोदौलिया से मैदागिन नो व्हीकल जोन रहेगा. बैरिकेडिंग छोड़कर बाहर न निकलें.

मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है.
मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है. (Photo Credit; ETV Bharat)

मंदिर को खास तरह से सजाया गया : महाशिवरात्रि को लेकर श्री काशी विश्वनाथ धाम को आकर्षक तरीके सजाया गया है. रंग-बिरंगी लाइटें लगाई गईं हैं. अभी धाम के अन्य हिस्सों को भी सजाने का काम चल रहा है. धाम में स्थित कई भवन विद्युत झालरों की रोशनी से जगमग हैं. वहीं महाशिवरात्रि महोत्सव के दूसरे दिन पूजन-अर्चन और रूद्राभिषेक का क्रम जा रहेगा.

मंदिर के सीईओ ने बताया कि पिछले वर्ष नवाचार प्रारंभ कर महाशिवरात्रि से पूर्व श्री काशी विश्वनाथ धाम में स्थित प्रधान महादेव विग्रहों का रूद्राभिषेक किया गया था. इसी नवाचार को बढ़ाते हुए इस वर्ष भी धाम में स्थित प्रधान महादेव विग्रहों का महाशिवरात्रि महोत्सव में रूद्राभिषेक किया जा रहा है. प्रधान महादेव विग्रहों का रुद्राभिषेक शनिवार को भी जारी रहेगा.

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण ने बताया कि महाकुंभ की वजह से मंदिर में काभी भीड़ जुटने का अनुमान है. सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं को उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. मंदिर प्रांगण में बैरिकेडिंग, जिगजैक बैरीकेडिंग, पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है. कई जगहों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई है. प्रांगण में ही श्रद्धालुओं के सुविधा के लिए जरूरी सूचनाओं को माइक से प्रसारित किया जा रहा है. भटके और बिछड़े लोगों को खोजने के लिए खोया- पाया केंद्र भी सक्रिय है. श्रद्धालुओं को सहयोग प्रदान करने के लिए कर्मी भी लगाए गए हैं.

ऑनलाइन दर्शन का उठाएं लाभ : मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि पर विभिन्न अखाड़ों के पूज्य साधु- संत भी मंदिर आते हैं. ऐसे में आम श्रद्धालुओं को कुछ देर के लिए दर्शन से रोका जा सकता है. लोग धैर्य बनाए रखें. भीड़ को देखते हुए मंदिर न्यास ने अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, यूट्यूब और टाटा स्काई के माध्यम से भी श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन की व्यवस्था की है‌. इस सुविधा का लाभ उठाते हुए बुजुर्ग, बीमार एवं अशक्त श्रद्धालु ऑनलाइन दर्शन का लाभ उठाएं.

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