सोनभद्र: जिले के घोरावल क्षेत्र में बीते बुधवार को जमीन विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में 10 लोगों की मौत हो गई. वहीं पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजन शव ले जाने को तैयार नहीं थे. दरअसल ये लोग 10 बीघा जमीन और सरकारी नौकरी की मांग को लेकर अड़े हुए थे. इसपर प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को दिलासा देते हुए किसी तरह मनाया. जिसके बाद परिजन शव ले जाने को राजी हुए.
इन शर्तों पर राजी हुए मृतक के परिजन
- मृतकों के परिजनों को राहत दिलाने के लिए जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है.
- इस पत्र में उल्लेख किया गया है कि 107 बीघा भूमि पर कब्जे के लिए ग्राम प्रधान यज्ञदत्त 150 लोगों के साथ पहुंचे.
- ग्रामीणों पर बंदूक-राइफल से फायर किया, जिसमें 9 लोगों की घटनास्थल पर मौत हो गई. जबकि इलाज के दौरान एक की मौत हो गई.
- जिलाधिकारी ने लिखा है कि मृतकों के परिजनों द्वारा मांग की गई है कि जिनका पूर्व से जमीन पर कब्जा रहा है, उन्हें 10 बीघा भूमि आवंटित की जाए.
- घटना में जो गंभीर रूप से घायल हैं, उन्हें भी उनके कब्जे की पांच-पांच बीघे भूमि आवंटित की जाए.
- हालांकि अधिकारियों के समझाने के बावजूद परिजन मान तो गए हैं, लेकिन वह पूरी तरीके से संतुष्ट नहीं दिख रहे हैं.
- परिजनों का कहना है कि उनको कहा गया है कि मृतकों के परिजनों को पांच लाख और 10 बीघे जमीन मिलेगी. वहीं घायलों को 50 हजार और 5 बीघे जमीन मिलेगी.
बुधवार को हुई घटना में 10 लोगों की मौत हुई थी. उनके परिजनों से बात की गई है. उनकी मांग थी कि उनके परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए और मृतक के परिजनों को 10-10 बीघे जमीन. वहीं घायलों को पांच-पांच बीघे जमीन दी जाए. इनकी मांगों को हम लोगों ने सुन लिया है और उस पर कार्रवाई कर रहे हैं
-अंकित कुमार अग्रवाल, जिलाधिकारी, सोनभद्र