सोनभद्र: जिले में सोमवार को बाहर से आए प्रवासी मजदूरों के लिए एक रोजगार मेले का आयोजन किया गया. इस रोजगार मेले में जिले में बाहर से आने वाले मजदूरों को उनकी निपुणता वाले ट्रेड में काम दिलाने के लिए अलग-अलग विभागों ने अपने स्टॉल लगाए थे. अलग-अलग विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों पर कुल 305 मजदूरों ने अपना पंजीकरण कराया. उप श्रम आयुक्त मनरेगा ने बताया कि इस तरह के रोजगार मेले का आयोजन हर ब्लॉक पर किया जाएगा.
कोविड-19 महामारी के दौरान लगाए गए लॉकडाउन में जिले में लगभग 30000 प्रवासी अपने घरों को लौटे थे. इनमें से लगभग 16 हजार मजदूर कामगार थे, जो विभिन्न ट्रेडों में जैसे इलेक्ट्रिशियन, फिटर, प्लम्बर आदि विभिन्न ट्रेडों में निपुण थे. उपश्रमायुक्त मनरेगा तेजभान सिंह ने बताया कि पूरे जिले में कुल 8000 लोगों को मनरेगा में कार्य दिया गया है. जिनमें से 4500 जॉबकार्ड नए बनाए गए हैं, जबकि साढ़े तीन हजार जॉब कार्ड पुराने थे. लेकिन मनरेगा में सभी लोगों को रोजगार नहीं मिल सका. इसके लिए शासन ने महसूस किया कि विभिन्न ट्रेडों में निपुण लोगों को अलग-अलग विभागों में कर दिया जाए. इसलिए राबर्ट्सगज ब्लॉक पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया है.
रॉबर्ट्सगंज ब्लॉक में प्रवासी मजदूरों के लिए लगाए गए रोजगार मेले में जिला सेवायोजन कार्यालय, जिला ग्राम उद्योग, पंचायती राज विभाग और कौशल विकास मिशन विभाग ने अपने अपने स्टाल लगाए. 15 मजदूरों ने मनरेगा में, 132 लोगों ने जिला सेवायोजन कार्यालय में, जिला ग्रामोद्योग कार्यालय में 69, और कौशल विकास विभाग में 89 लोगों ने पंजीकरण कराया. इस तरह विभिन्न विभाग में कुल 305 प्रवासी मजदूरों ने रोजगार के लिए पंजीकरण कराया.
श्रम आयुक्त मनरेगा ने बताया कि धोबी, मोची, पेंटर, दर्जी, राजमिस्त्री सभी को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. इसके अलावा जो लोग यहां स्थानीय उद्योगों में काम करने के इच्छुक हैं. उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन उनका सहयोग करेगा. उन्होंने बताया कि इस तरह के रोजगार मेले का आयोजन हर ब्लॉक पर किया जाएगा.