सोनभद्रः आंगनबाड़ी में आने वाले पोषाहार वितरण में गड़बड़ी पाए जाने, कालाबाजारी करने के मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने चार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और चार सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी है. वहीं जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में सेवा समाप्त होने पर कार्यकर्ताओं के बीच हड़कंप मचा हुआ है. सेवा समाप्त होने के संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इन लोगों की शिकायत लगातार मिल रही थी. जांच के बाद मामला सही पाया गया, जिस पर इन सभी की सेवा समाप्त कर दी गई.
लगभग 6 माह पूर्व बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त की गई थी. दुद्धी बाल विकास परियोजना से भारी मात्रा में पोषाहार को अन्य प्रांत भेजने का मामला सामने आया था. इस मामले में कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था. अभी हाल ही में कुछ दिन पूर्व रॉबर्ट्सगंज बाल विकास परियोजना बनौरा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को पोषाहार की कालाबाजारी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था.
इस मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने पन्नूगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था. वहीं जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की सेवा समाप्त की गई है. वे सभी गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाती थीं. इन लोगों की शिकायत काफी दिनों से मिल रही थी. वे न तो समय से आंगनबाड़ी केंद्र खोलती थीं और न ही लाभार्थियों को पोषाहार वितरित करने आती थीं, जिसके चलते अति पिछड़े जनपद के रहने वाले गरीब लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता था. जांच के दौरान इनकी गलतियां सही पाई गईं. लिहाजा इन लोगों की सेवा समाप्त कर दी गई.
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि जिला अधिकारी के अनुमोदन के बाद 8 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की सेवा समाप्त कर दी गई है. इसमें 4 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं और 4 सहायिका हैं. इसमें एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ग्राम पंचायत बनोरा की है, जिनको पोषाहार की कालाबाजारी के मामले में पकड़ा गया था और पन्नूगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था.
उसमें जांच के बाद कार्रवाई की गई है. बाकी 7 नियमित रूप से आंगनबाड़ी का संचालन नहीं कर रही थीं और लाभार्थियों को इसका लाभ नहीं पहुंचा रही थीं. जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की सेवा समाप्त हुई है. वहां पोषाहार आस-पास की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से वितरित करवाया जाएगा. साथ ही चार्ज दूसरी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को दे दिया गया है. महीने में 2 दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दूसरे क्षेत्र में जाकर बैठेंगी और उसके बाद 2 दिन अपने क्षेत्र में पोषाहार का वितरण करेंगी और टीकाकरण सत्र में भी दोनों क्षेत्रों में बच्चों का टीकाकरण करेंगी.