सोनभद्र: प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट गोवंश आश्रय में लगातार हो रही पशुओं की मौतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. आए दिन गोवंशों की मौत की घटनाएं सामने आ रही हैं. जनपद में बने गोवंश आश्रय स्थल में 5 महीनों के दौरान 124 से अधिक पशुओं की मौत हो गई. लेकिन इस बार इन पशुओं की मौत का जिम्मेदार प्रशासन नहीं है.
कैसे हुई पशुओं की मौत?
- पशुओं के चिकित्सक ने बताया कि गोवंश आश्रय स्थल की व्यवस्था काफी अच्छी है.
- पहले खुला घूम रहे पशुओं को एक ही जगह पर बंद किए जाने से उनकी मौत हो गई.
- एक ही जगह पर बंद किए जाने से पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती चली गई.
- तो वहीं कुछ पशुओं की पॉलीथिन खाने से भी मौत हो गई.