सोनभद्र: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निकायों और ग्रामीण क्षेत्रों में गोवंश आश्रयस्थल बनाने का निर्देश दिया था, लेकिन इसका असर जनपद में दिखाई नहीं दे रहा है. जनपद मुख्यालय की सड़कों, गलियों, चौराहों व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर आवारा पशु खुलेआम घूम रहे हैं और आये दिन लोगों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही घायल भी कर रहे हैं. इस पर नगरवासियों का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन पर मुख्यमंत्री के आदेश का कोई असर नहीं है. यहां खुलेआम आवारा पशु सड़कों पर घूमते हैं, जो महिलाओं सहित बाइक सवारों को नुकसान पहुंचाते रहते हैं. नगर पालिका प्रशासन इन आवारा पशुओं को गोवंश आश्रय स्थल में रखने की बजाय सड़कों पर खुला छोड़ बरसात के दिन में अतिक्रमण हटाने में व्यस्त है.
क्या है पूरा मामला
- यू.पी. सरकार ने गोवंश आश्रयस्थल खोलने का निर्देश दिया था.
- सीएम के आदेश का नगरपालिका परिषद सोनभद्र पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा.
- आवारा पशु सड़कों पर टहलते दिखाई पड़ रहे हैं.
- आवारा पशु आये दिन लोगों को घायल कर रहे हैं.
- दुकानदारों के सामान को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
- सांडों से रक्षा के लिए नगरपालिका ने नहीं उठाये कोई कदम.
पशुओं को गोवंश आश्रय केंद्र में लाने की व्यवस्था लगातार की जा रही है. कुछ लोग गांवों से लाकर पशुओं को शहरों में छोड़ दे रहे हैं क्योकि उनको मालूम है कि शहरों में गोवंश आश्रय केंद्र है जिसके कारण पशु सड़कों पर दिखाई देते हैं. दिन में पशुओं को पकड़ने में दिक्कत होती है, लगातार खतरा बना रहता है इसलिए रात में पकड़ने का प्रयास किया जाता है.
-प्रदीप कुमार गिरी, अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका, सोनभद्र