सोनभद्र: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ रविवार को घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उम्भा गांव पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था, उनके द्वारा विगत वर्षों में की गई शिकायतों, उनके ऊपर हुए अत्याचार, उत्पीड़न को लेकर पूरी तरह से कार्रवाई करने का आश्वाशन दिया.
क्या है पूरा मामला-
- 17 जुलाई को उम्भा गांव में हुए भीषण गोली कांड में 10 लोगों की मौत हो गई थी.
- रविवार को सूबे के मुखिया सीएम योगी सोनभद्र पहुंचे.
इस दौरान सीएम ने कहा कि 62 वर्षों के बीच आप लोगों के ऊपर जो भी उत्पीड़न हुआ, या शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं हुई, उन सभी पहलुओं पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
- 10 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट आते ही जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
- किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा.
विकास से अछूता उम्भा गांव-
- जनपद सोनभद्र से 70 किलोमीटर दूर बसे उम्भा गांव में विकास कार्यों से अछूता है.
- यहां न बिजली की व्यवस्था है, न ही समुचित पेयजल की व्यवस्था है.
- गांव के लोगों के पास कोई भी सरकारी सुविधाएं सही तरीके से नहीं पहुंच पाई हैं.
- उम्भा गांव के गरीबों द्वारा लगातार अपनी भूमि को बचाने के लिए शासन-प्रशासन से लेकर पुलिस तक शिकायतें दर्ज कराई गई.
- 70 किलोमीटर की यात्रा करने के बाद आदिवासी राबर्ट्सगंज मुख्यालय पर आते और अपनी शिकायत दर्ज कराने के बाद वापस चले जाते.
- इसके बावजूद इनकी कोई भी अधिकारी या कर्मचारी सुनने को तैयार नहीं हुआ.
- इसके परिणाम स्वरूप आदिवासियों को अपने 10 परिवार के सदस्यों को खोना पड़ा.
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने उम्भा गांव के लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि 1955, 1989 और 2017 तक इन 62 वर्षो के बीच आदिवासियों के साथ जो भी अन्याय हुआ है, उन घटनाओं की विस्तृत जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दिया है. जो राजस्व के सभी मामलों की जांच करेगी, वह कमेटी अपना कार्य आरंभ कर चुकी है. 10 दिनों के अंदर उसकी रिपोर्ट मिलेगी. हम लोग इसके बाद उस पर कार्रवाई प्रारंभ करेंगे.