सोनभद्र: जिले के चतरा विकासखंड के करद गांव से निकलकर मिर्जापुर के रास्ते प्रयागराज की टोंस नदी में मिलने वाली बेलन नदी का अस्तित्व समाप्त हो रहा था. लॉकडाउन में लोगों को रोजगार मिल सके और नदी का जीर्णोद्धार हो, इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने पहल करते हुए बेलन नदी के जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया है.
जिले के सांसद और सदर विधायक भूपेश चौबे, मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपाठी ने करद गांव पहुंचकर बकायदा पूजा और हवन करके नदी के जीर्णोद्धार के लिए फावड़ा भी चलाया. जिला प्रशासन का मानना है कि लॉकडाउन में जहां बाहर से आए श्रमिकों को रोजगार मिलेगा. वहीं नदी जिसका अस्तित्व लगभग समाप्त हो चुका है उसको फिर से जीवित किया जाएगा. इससे किसानों को भी लाभ होगा. यह नदी जनपद के 29 ग्राम पंचायतों से होकर बहती है. जनपद में इसकी लंबाई लगभग 50 किलोमीटर है.
मजदूरों को मिलेगा रोजगार
लॉकडाउन की वजह से अन्य प्रदेशों में नौकरी करने वाले लोग, अपने घरों के लिए लगातार वापस लौट रहे हैं. इन लोगों को अपने घर आने पर रुपयों की दिक्कत ना हो, जिसके मद्देनजर बेलन नदी का जीर्णोद्धार करने के लिए प्रशासन ने कमर कसी है. इसके पीछे जिला प्रशासन का मानना है कि नदी की खुदाई तो हो ही जाएगी साथ में मनरेगा योजना के तहत बाहर से आए लोगों को और स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा. किसानों के लिए सिंचाई की भी व्यवस्था हो सकेगी.
जिला प्रशासन का मानना है कि जनपद के 29 ग्राम पंचायतों से गुजरने वाली इस नदी की खुदाई से 1.68 लाख घन मीटर मिट्टी को निकाला जाएगा, जिसमें लगभग डेढ़ लाख मानव दिवस का सृजन होगा. नदी के तटों पर पौधारोपण किया जाएगा, जिससे तटों के कटाव को भी बचाया जा सके और प्रकृति को भी शुद्ध किया जा सके.
जिला प्रशासन का मानना है कि 30 जून तक इस कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा, जिससे बरसात में पानी नदी में आ सके. इस दौरान स्थानीय सांसद पकौड़ी लाल कोल, रॉबर्ट्सगंज सदर विधायक भूपेश चौबे, मुख्य विकास अधिकारी अजय द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपाठी डीसी मनरेगा तेजभान सिंह वीडीओ चतरा निरंकार मिश्रा सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी मौजूद रहे.