सोनभद्र: देश में हो रहे ऑनलाइन और डिजिटल के क्रम में प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को डिजिटल करने का निर्णय लिया है. इसके लिए प्रथम चरण में प्रदेश के 24 जनपद चुने गए हैं. इसी में से पिछले जनपदों में शामिल सोनभद्र को भी चुना गया है. जहां पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को एंड्राइड मोबाइल फोन दिया जा चुका है, जिसमें आंगनबाड़ी महिलाओं, बच्चों और किशोरियों से संबंधित डाटा को फीड करेंगी.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को किया जा रहा डिजिटल
- जनपद में कुल 1825 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिसके तहत अभी तक 1632 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तैनाती की गई है. बाकी के कुछ पद खाली हैं.
- जनपद में अभी तक 1690 मोबाइल फोन प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 1675 मोबाइल फोन एक्टिव हो चुके हैं.
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जनपद के तीन लाख 35 हजार परिवार प्रबंधन में से दो लाख 97 हजार परिवार प्रबंधन को फीड कर लिया है.
- डिजिटल होने से कई फायदे होंगे, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जो अब तक की गहरा रजिस्टर मेंटेन करने होते थे, उससे मुक्ति मिलेगी.
- इसमें सभी कॉलम मोबाइल में रहेंगे. इंटरनेट न रहने पर भी फीडिंग की जा सकती है.
- इसको ऑनलाइन केंद्र सरकार, राज्य सरकार व जिला स्तर के अधिकारी देख सकेंगे.
- इसमें टीकाकरण, पोषाहार वितरण सहित सभी चीजों की ऑनलाइन निगरानी की जा सकेगी.
- सरकार की मंशा के अनुसार 1 साल रजिस्टर और ऑनलाइन फीडिंग की व्यवस्था सामान्य रूप से चलेगी.
- एक साल बाद सारे आंगनबाड़ी केंद्रों को रजिस्टर मुक्त कर दिया जाएगा.
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिदिन केंद्र पर जाकर फोटो अपलोड करना पड़ेगा. इसकी जिला स्तर के अधिकारी निगरानी करेंगे.
पूरे प्रदेश के 24 जनपदों में इसकी शुरुआत की गई है. उसी में जनपद सोनभद्र भी एक है. हमारे जनपद में कुल 1825 आंगनबाड़ी केंद्र हैं. अभी तक 1632 आंगनबाड़ी में तैनात हैं. अभी 1690 मोबाइल शासन की तरफ से हम को प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 1675 मोबाइल एक्टिव हैं. इससे आंगनबाड़ी को यह फायदा होगा कि जो 11 रजिस्टर मेंटेन करने होते थे, उससे उनको छुटकारा मिलेगा. जनपद में 335000 परिवार प्रबंधन हैं, जिसमें से 297000 परिवारों के डाटा को फीड कर लिया गया है. वही हमारे यहां जो पद खाली हैं उनको जल्द भर लिया जाएगा. शासन की तरफ से जो मोबाइल फोन अभी हमें प्राप्त नहीं हुए हैं, उसके लिए निदेशालय को पत्र लिखा जा रहा है. जल्द वह भी हमें मिल जाएगा. आसानी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस एंड्राइड मोबाइल में डाटा फीड कर सकेंगी और इसकी निगरानी केंद्र से लेकर प्रदेश और जिला स्तर पर की जा सकेगी.
-अजीत कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सोनभद्र