सोनभद्रः जिले के घोरावल सीएचसी में नसबंदी शिविर में नसबंदी के बाद एम्बुलेंस ड्राइवर ने एक महिला से रुपयों की मांग की. बताया जा रहा है कि एम्बुलेंस ड्राइवर ने महिला को घर पहुंचाने के एवज में पांच सौ रुपये मांगे. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे, जिसपर ड्राइवर ने उसे घर ले जाने से मना कर दिया.
जेवर गिरवी रखकर महिला पहुंची घर
जानकारी के मुताबिक एम्बुलेंस ड्राइवर के मना करने के बाद पीड़ित महिला ने अपनी चांदी की चेन गिरवी रख दी. उसे निजी भाड़े पर पिकअप लेकर घर जाना पड़ा. इस दौरान करीब 8 घंटे तक महिला सीएचसी के बाहर फर्श पर पड़ी रही. जब इस घटना के बारे में सीएमओ नेतसिंह से जानकारी लेने की कोशिश की गयी, तो उन्होंने महिला को घर पहुंचा दिया गया है बोलकर, मीटिंग में होने की बत कह कॉल को काट दिया.
महिला नसबंदी के लिए पहुंची थी सीएचसी
घोरावल के कोलडीहा गांव के रहने वाले चौकीदार लहरी पुत्र डुंगर ने बताया कि उसकी बहू सितारा देवी की नसबंदी होनी थी. मंगलवार को नसबंदी के बाद उसे कोलडीहा गांव के लिए आईडी भी जारी कर दिया गया था. इसके बाद जब एम्बुलेंस से घर जाने के लिए एम्बुलेंस ड्राइवर के पास पहुंचे, तो एम्बुलेंस ड्राइवर ने उनसे पांच सौ रुपये मांगे. परिजनों ने 3 सौ देने की बात कही, लेकिन ड्राइवर तैयार नहीं हुआ. इस दौरान महिला घोरावल सीएचसी के फर्श पर ही पड़ी रही. बताया ये भी जा रहा है कि सितारा देवी ने अपनी चांदी की चेन घोरावल नगर में किसी सुनार की दुकान पर गिरवी रखकर पन्द्रह सौ रुपये लिये. इसके बाद परिजनों ने एक पिकअप किराये पर लिया और घर के लिए निकल गये.