सीतापुर: जिले में मोबाइल चोरी के झूठे आरोप में मिली धमकी और जेल जाने के भय से एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक ने आत्महत्या के पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने पूरी घटना का जिक्र करते हुए दो लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने घटनास्थल से बरामद सुसाइड नोट और मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.
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घटना शहर के कोतवाली क्षेत्र की है. यहां के मोहल्ला शेखसराय पटिया निवासी मोलहे के 20 वर्षीय पुत्र हसीब ने अपने दोस्त शाहिद को पांच हजार रुपये दिए थे. जानकारी के मुताबिक, मृतक हसीब को दोस्त शाहिद ने 5 हजार रुपये के बदले उसे अपना फोन रखने के लिए दिया. साथ ही यह भी कहा था कि इस फोन को ऑन नहीं करना और न ही इसमें किसी प्रकार का कोई सिम डालना. घटनास्थल पर मिले सुसाइड नोट के मुताबिक, मृतक के दोस्त ने अपना फोन चोरी होने की बात घर पर बतायी थी. जब कुछ दिन तक पैसे वापस नहीं मिले तो मृतक फोन को ऑन करके चलाने लगा. तभी से उस फोन पर दोस्त के परिजनों के फोन आने लगे. परिजनों को जब इस मामले की जानकारी हुई तो उसने मृतक के घर जाकर उसको धमकाया और चोरी के आरोप में जेल भेजने की धमकी देकर बिना 5 हजार रुपये लौटाये उससे मोबाइल भी ले लिया.
मृतक के पिता ने बताया कि जब दोस्त और उसके परिजनों का मन इतने से भी नहीं भरा तो उन लोगों ने घर आकर मृतक को धमकाया और सुबह तक जान से मार देने की धमकी दी. परिजनों का आरोप है कि मोबाइल चोरी के झूठे आरोप और झूठे मुकदमे में जेल जाने के भय से आहत होकर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिस पर पूरी घटना का जिक्र हैं और उसमें आत्महत्या के लिए उकसाने का भी आरोप लगाया गया है. पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर दोस्त और उसके परिजनों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं.