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सीतापुर में फर्जी अभिलेखों से नौकरी पाने वाले 2 शिक्षक बर्खास्त - फर्जी अभिलेखों से नौकरी पाने वाले दो शिक्षक बर्खास्त

यूपी के सीतापुर में फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी पाने वाले दो शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है. इसके साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए हैं.

bsa sacked two teachers in sitapur
बीएसए अजीत कुमार ने दो शिक्षकों को किया बर्खास्त.
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Published : Jun 10, 2020, 1:44 PM IST

सीतापुर: जिले में फर्जी अभिलेखों से नौकरी पाना दो शिक्षकों को मंहगा पड़ गया. दोनों शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख सत्यापन के दौरान फर्जी पाए जाने पर बीएसए ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है. साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए हैं.

BSA ने 2 शिक्षकों को किया बर्खास्त
आगरा के अर्जुन नगर निवासी आकाशदीप पुत्र सियाराम सागर बेहटा विकासखंड के दारापुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे. साल 2010 में उनकी नियुक्ति गणित और विज्ञान शिक्षक के पद पर हुई थी. आकाशदीप ने अपने प्रपत्रों में बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी की तरफ से जारी शैक्षिक अभिलेखों को लगाया था. फिर से सत्यापन में ये अभिलेख फर्जी पाए गए हैं.

इसी प्रकार मथुरा के नगला भरतिया निवासी पुष्पेंद्र सिंह पुत्र राघवेंद्र सिंह बेहटा ब्लॉक के हजरतपुर उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात थे. उन्होंने राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के अभिलेख संलग्न किए थे. सत्यापन के दौरान यह अभिलेख फर्जी पाए गए हैं.

सत्यापन के दौरान दोनों शिक्षकों के अभिलेख फर्जी पाए जाने पर उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. वेतन के रूप में अब तक आहरित की गई सारी धनराशि को वसूलने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को दोनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.
-अजीत कुमार, बीएसए

सीतापुर: जिले में फर्जी अभिलेखों से नौकरी पाना दो शिक्षकों को मंहगा पड़ गया. दोनों शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख सत्यापन के दौरान फर्जी पाए जाने पर बीएसए ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है. साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए हैं.

BSA ने 2 शिक्षकों को किया बर्खास्त
आगरा के अर्जुन नगर निवासी आकाशदीप पुत्र सियाराम सागर बेहटा विकासखंड के दारापुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे. साल 2010 में उनकी नियुक्ति गणित और विज्ञान शिक्षक के पद पर हुई थी. आकाशदीप ने अपने प्रपत्रों में बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी की तरफ से जारी शैक्षिक अभिलेखों को लगाया था. फिर से सत्यापन में ये अभिलेख फर्जी पाए गए हैं.

इसी प्रकार मथुरा के नगला भरतिया निवासी पुष्पेंद्र सिंह पुत्र राघवेंद्र सिंह बेहटा ब्लॉक के हजरतपुर उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात थे. उन्होंने राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के अभिलेख संलग्न किए थे. सत्यापन के दौरान यह अभिलेख फर्जी पाए गए हैं.

सत्यापन के दौरान दोनों शिक्षकों के अभिलेख फर्जी पाए जाने पर उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. वेतन के रूप में अब तक आहरित की गई सारी धनराशि को वसूलने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को दोनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.
-अजीत कुमार, बीएसए

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