सीतापुर: विरोधियों को फंसाने की साजिश करना एक परिवार को काफी महंगा पड़ गया. जानलेवा हमले का केस दर्ज कराने के लिए जिस भाई को गोली मारी गई, उसकी मौत हो गई. वहीं पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दूसरे भाई को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. यही नहीं उसके दो साथियों को भी पुलिस ने इसी आरोप में गिरफ्तार किया है.
पूरा मामला रेउसा थाना क्षेत्र के ग्राम बढ़ईडीह मजरा गोधनी सरैंया का है. यहां बीती 17 जनवरी को गुड्डू यादव को गोली मारी गई थी. इस सम्बंध में तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. इलाज के दौरान गुड्डू की अस्पताल में मौत हो गई थी.
पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानकर गहराई से छानबीन की तो कुछ और तथ्य सामने आए. विरोधियों को फंसाने की साजिश के तहत इस गोलीकांड को अंजाम देने की पुष्टि होने पर पुलिस ने मृतक के भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की.
पूछताछ में पता चला कि गांव के ही कुछ लोगों को पुराने मुकदमे की रंजिश में फंसाने के लिए सिपाहीलाल पुत्र मैकू ने अपने भाई गुड्डू को गोली मारकर घायल करने और इस केस में अपने विरोधियों को नामजद करने की साजिश रची थी, लेकिन हड़बड़ाहट में यह गोली गुड्डू को कुछ इस तरह लगी कि उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने विरोधियों को फंसाने के लिए अंजाम दी गई इस घटना का खुलासा करते हुए मृतक के भाई और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार दोनों साथी थानगांव इलाके के निवासी हैं. उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. इसमें एक 15 हजार रुपये का इनामी अपराधी है.