सीतापुर: बाढ़ के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में न सिर्फ बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं, बल्कि रेस्क्यू के लिए नावें भी लगा दी गई है. इसके साथ ही नाविकों की भी व्यवस्था कर ली गई है. बाढ़ को लेकर प्रशासन हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है.
सीतापुर जिले से शारदा और घाघरा दो बड़ी नदियां गुजरती है. यहां हर साल जिले की तीन तहसीलों बिसवां, लहरपुर और महमूदाबाद के सैकड़ों गांव प्रभावित होते हैं. बाढ़ के साथ ही कटान भी यहां की बड़ी समस्या है. जिससे बचाव के लिए सरकार ने कई परियोजनाओं को मंजूरी दी है. जिन पर फिलहाल काम चल रहा है. बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही बाढ़ की आशंका भी बढ़ गई है.
बाढ़ को लेकर प्रशासन की तैयारियों पर अपर जिलाधिकारी विनय कुमार पाठक ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित होने वाली तीन तहसीलों में कुल 16 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं और 10 बाढ़ शरणालय बनाये गए हैं. इस पूरे इलाके में 110 नावें लगाई गई हैं. इसके अलावा सम्बंधित क्षेत्र के प्रधानों के साथ बैठक कर, उन्हें जागरूक किया गया है.
अपर जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि जो नावें खराब थी, उनकी मरम्मत करा ली गई है. इसके अलावा एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार को क्षेत्र भ्रमण करने के लिए नियुक्त किया गया है. सिंचाई विभाग के अधिकारी भी लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं. कुल मिलाकर अभी इस जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है.