सीतापुर: राजधानी से सटे इस जिले में गन्ना मुख्य फसल है. कैश क्रॉप यानि कि नगदी फसल होने के कारण अधिकांश किसान गन्ने की फसल की ही पैदावार करते हैं. इस बार किसान अपनी फसल की बर्बादी को लेकर चिंतित हैं. वजह यह है कि खेतों में खड़ी गन्ने की फसल में रेड रॉट यानि कि लाल सड़न रोग लग गया है.
जिले के गन्ने किसान हैं परेशान
- जिले के हरगांव झरेखापुर इलाके के किसान अपनी गन्ने के फसल की बर्बादी को लेकर चिंतित हैं.
- खेतों में खड़ी गन्ने की फसल में रेड रॉट यानि कि लाल सड़न रोग लग गया है.
- सैकड़ों एकड़ एरिया में इस रोग का प्रकोप फैला हुआ है.
- इस रोग के बाद गन्ना पूरी तरह से झुलस जाता है.
- चीनी मिलों के लिए भी शुगर की बजाय अल्कोहल बनाने के काम ही यह गन्ना आता है.
- कृषि वैज्ञानिकों ने इस रोग को बीज जनित रोग बताते हुए इसके बचाव के उपाय भी बताए हैं.
बीजजनित रोग है और वायरस के कारण काफी तेजी से फैलता है. इसके प्रकोप को रोकने के लिए किसानों को जागरूक होने की जरूरत है. साथ ही प्रबन्धन के जरिये भी वे इस रोग के प्रकोप को कम कर सकते हैं.
-डॉ. दया शंकर श्रीवास्तव, कृषि वैज्ञानिक