सीतापुर: जिले में कोरौना वायरस के चलते रंग-गुलाल के इस्तेमाल को लेकर लोंगो में डर बना हुआ है. लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है. ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों ने कई किस्म के हर्बल गुलाल तैयार किये हैं, जिनके इस्तेमाल से लोगों की त्वचा का बचाव तो होगा ही साथ ही प्राकृतिक चीजों के प्रयोग के प्रति लोगों में जागरूकता आयेगी.
कृषि विज्ञान केन्द्र बनाया गया हर्बल गुलाब
जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर मानपुर के पास कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया है. जहां रंग-गुलाल के इस्तेमाल में कोरौना वायरस को लेकर फैली चर्चाओं के बीच इस केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक चीजों से हर्बल गुलाल तैयार किया गया है. हर्बल गुलाल तैयार करने की विधि में उन्होंने क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं को शामिल किया है.
धनिया, चुकन्दर और हल्दी आदि से हर्बल गुलाल तैयार किया गया है. इसे पीसकर हवा में सुखाया जाता है और फिर उसमें आरारोट मिलाने के बाद अलग-अलग तरीके की गुलाल बनाया गया है. आकर्षक सुगंध डालकर लोगों के इस्तेमाल के लिए इसे तैयार किया जाता है. इस बार प्रयोग के तौर पर इसे तैयार किया गया है, लेकिन अगले वर्ष से व्यापक तैयारी के साथ पहले से ही इस काम को शुरू किया जायेगा.
-डॉ. सौरभ, कृषि वैज्ञानिक
जौनपुर: जिले में कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा अफवाहों का बाजार गर्म है. वही अब लोग भी सोशल मीडिया पर चल रही खबरों और अफवाह से परेशान है. इस खतरनाक वायरस से अब लोग भयभीत हो गए हैं. लोगों में दहशत इस कदर व्याप्त हो गई है कि वह अब इसके बचाव के तरीके खोजने में जुटे हुए हैं
मेडिकल स्टोर से मास्क और सैनिटाइजर गायब
कोरोना वायरस की दहशत लोगों के बीच कम नहीं है, क्योंकि बचाव के लिए लोग अब मेडिकल स्टोर पर मास्क और सैनिटाइजर खोज रहे हैं. लोगों को कहीं मास्क नहीं मिल रहा है तो कहीं सैनिटाइजर नहीं मिल रहा. दोनों ही बाजार से गायब हो चुके हैं, क्योंकि मास्क का सबसे बड़ा निर्मातक खुद चीन है. अब इस वायरस के चलते मास्क की आपूर्ति भी पूरी तरह से बंद है. ऐसे में दुकानों पर बचा हुआ मास्क भी अब लोगों ने पहले ही खरीद लिए हैं.
मेडिकल स्टोर संचालक अश्वनी ने बताया कि लोग कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क ढूंढ रहे हैं लेकिन मास्क अब नहीं मिल पा रहा है. दूसरे मेडिकल संचालक राजदेव मौर्या ने बताया कि इन दिनों मास्क और सैनिटाइजर दोनों ही बाजार से गायब हो चुके हैं. कोरोना के भय के कारण लोग इन दोनों चीजों को सबसे ज्यादा खोज रहे हैं.
फतेहपुर: जिले में प्रतिवर्ष होली जैसे बड़े त्योहारों में चीनी सामान की भरमार रहती थी, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के मद्देनजर बाजारों से चीन का सामान गायब हो गया है. रंगों के इस त्योहार में डोरेमोन, मिकी माउस, शिनचेन जैसे पात्रों की शक्ल वाली पिचकारियां बच्चों को नहीं मिल रही. कोरोना वायरस के डर से एक तरफ जहां लोग खुद को होली खेलने से दूर रखने का प्लान बना रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर दुकानदारों के चेहरे के रंग उड़े हुए है.
कोरोना वायरस के चलते चीनी सामान से लोग दूर
दुकानदार अजय कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के डर के कारण बड़े व्यापारी और ग्राहक चीन में बने गुब्बारे, पिचकारी और रंग से दूरी बना रहे हैं. लोग देशी सामान से होली खेलने का प्लान बना चुके हैं और इसके लिए वह खरीददारी भी शुरू कर चुके हैं.