सीतापुर: डालमिया रामगढ़ चीनी मिल में बॉयलर की सफाई करने गए आठ मजदूरों में से एक मजदूर की मौत हो गयी, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसमें एक को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया.
डालमिया चीनी मिल यूनिट रामगढ़ में ठेके पर काम कर रहे, मजदूरों में आठ मजदूर बॉयलर साफ करने के लिए गए थे. बॉयलर का ढक्कन खुलते ही जहरीली गैस के रिसाव के चलते तीन मजदूर बेहोश हो गए, जिन्हें आनन-फानन में बीसीएम खैराबाद ले जाया गया, जहां राजकुमार (26) पुत्र बदलू को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया. वहीं, अन्य गोलू पुत्र बदलू को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया. दीपक (17) पुत्र सुंदर लाल निवासी महसुई की गंभीर हालत देखते हुए ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया.
इस मामले को लेकर गंभीर रूप से घायल दीपक के पिता सुंदर लाल ने संदना थाने में तहरीर देकर अपने बेटे से मिलने की गुहार लगाई है. वहीं, उनका कहना है कि मिल के जीएम उमाकांत पाठक और ईडी आसिफ आगा बेग ने मेरे बेटे को कही छुपा दिया है. अभी तक मुझे कोई सूचना नहीं दी गयी है कि मेरा बेटा कहा है. इस तरह से दर्जनों मजदूर चीनी मिल प्रबंधन की लापरवाही से जान गवा चुके हैं.
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करीब दस महीने पहले महसुई निवासी अतुल नाबालिक की मजदूरी करने के दौरान ब्वॉयलर में गिरने से मौत हुई थी फिर भी सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर चीनी मिल प्रबंध तंत्र नाबालिकों से कार्य कराने से गुरेज नहीं करता है. वहीं, संदना थानाध्यक्ष का कहना कि मजदूरों ने एहितयात नही बरती जिसके चलते हादसा हुआ, जबकि इस मामले को लेकर मिल प्रबंध तंत्र कुछ भी कहने से बच रहा है.
उधर बॉयलर से जहरीली गैस के रिसाव से एक मजदूर की जान चली जाने के मामलें में काफी देर तक मिल प्रबंधन घटना को छुपाने की कोशिश करता रहा. हालांकि जब मामला तूल पकड़ा तब घटना को स्वीकारा. बता दे कि पूर्व में भी ऐसी घटनाएं घट चुकी है, लेकिन मिल प्रबधंन लगातार लापरवाही करता नजर आ रहा है. जिसका खामियाजा मजदूरों को जान गंवा कर देना पड़ता है. प्रकरण में प्रबधंन से वार्ता करने की कोशिश की गई तो फोन नहीं उठाया.
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