सीतापुर: एसपी के आदेश पर अटरिया थाने पर तैनात एसएसआई दीपक पाण्डेय के नेतृत्व में, एक पुलिस टीम अटरिया थाना क्षेत्र के शंकरपुर कलवारी गांव में जानलेवा हमले में दर्ज मुकदमे के अभियुक्त विपिन मिश्रा, उसके पिता निर्मल मिश्रा को पकड़ने कें लिए गई थी. इन सभी पर बलवा, धमकी और जानलेवा हमले का मुकदमा दो दिन पहले क्षेत्र के बैनाभारी गांव निवासी अंजनी मिश्रा ने दर्ज कराया था. पिता पुत्र के अलावा देवा मिश्रा निवासी बौनाभारी भी अभियुक्त था.
पुलिस टीम ने शंकरपुर कलवारी निवासी विपिन मिश्रा को घर से पकड़ लिया. इस पर उसे छुड़ाने को लेकर टीम और दबंग परिजनों के बीच हाथापाई होने लगी. इस पर विपिन मिश्रा पुलिस के चंगुल से भाग निकला. परिजनों की तरफ से लाठी डंडो और ईंटों से हुए संघर्ष में आधा दर्जन पुलिस कर्मी एसएसआई दीपक पाण्डेय, एसआई जितेन्द्र बहादुर सिंह, कांस्टेबल राजकुमार यादव, विश्वजीत और महिला कांस्टेबल चेतना रानी और किरन यादव घायल हो गए. आरोपी विपिन मिश्रा, निर्मल मिश्रा और सुशीला, पिंकी और पड़ोस की दो महिलाओं सहित आठ लोग घायल हो गए. बढ़ते दबाव को देख पुलिसकर्मी मौके से भाग निकले.
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घटना की सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई. इस पर कुछ ही देर बाद सीओ सिधौली राजू कुमार साव के नेतृत्व में कई थानों से भारी पुलिस बल गांव पहुंच गया. धड़पकड़ के लिए घरों में दबिश दी गई. उससे पहले सभी हमलावर मौके से भाग निकले. पुलिस ने कुछ लोगों को कस्टडी में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी.
अटरिया थानाध्यक्ष अवधेश यादव ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ जल्द ही कड़ी कारवाई की जाएगी. विपिन मिश्रा पुत्र निर्मल मिश्रा ने पुलिस टीम पर घर में घुसकर एक कार, बाइक और घर के अंदर तोड़फोड़ कर लूटपाट और परिवारीजनों को पीटने का फर्जी आरोप लगाया गया है. 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है.