सीतापुर: सूबे के पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री अनिल राजभर और जलशक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने शनिवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद दोनों मंत्रियों ने पुलिस लाइन सभागार में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों का आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.
बैठक के उपरांत मीडिया से बातचीत में राज्य मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री ने बाढ़ को लेकर जनवरी से ही जो तैयारियां की थीं, उसी का परिणाम है कि इस बार अब तक पिछली बार की अपेक्षा दोगुनी बारिश हो चुकी है, किन्तु कहीं कोई आपाधापी की स्थिति नहीं है. सरकार के सुझावों पर अमल करते हुए प्रशासन ने बाढ़ को लेकर उत्पन्न हुई स्थितियों पर बेहतर ढंग से काम किया है.
उन्होंने कहा कि सूबे में योगी सरकार बनने से पहले 2017 तक भी बाढ़ आती थी, लेकिन तब इसकी स्थिति काफी भयावह और नुकसानदेय होती थी. योगी सरकार बनने के बाद जो कदम उठाए गए हैं, वह काफी सराहनीय हैं और जनता को इसका लाभ मिल रहा है.
विपक्ष द्वारा राम का नाम लेने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि रावण ने भी अंतिम समय में भगवान राम के चरणों मे सिर रख दिया था. इसलिए विपक्ष को मेरा यह सुझाव है कि ‘राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट, अंत काल पछताओगे, जब प्राण जाएंगे छूट.’ उन्होंने राम नाम की महत्ता पर जोर दिया. दोनों मंत्रियों ने सांकेतिक रूप से बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत किट भी वितरित की.