सीतापुर: जिला अस्पताल के डॉक्टरों की खुलेआम प्राइवेट प्रैक्टिस जारी है. आरोप है कि ओपीडी बंद होने के बाद डॉक्टर अपने-अपने क्लीनिक में लोगों का इलाज कर रहै हैं. इस दौरान डॉक्टर मनमानी फीस लेने के साथ बाहर की जांच और दवाइयां लिखकर कमीशन भी वसूल रहे हैं. इस पर स्वास्थ्य विभाग शिकंजा कसने में नाकाम साबित हो रहा है.
क्या है पूरा मामला-
- आरोप है कि आधा दर्जन से अधिक सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं.
- ओपीडी खत्म होते ही डॉक्टर अपनी क्लीनिक पर मरीजों को देख रहे हैं.
- इस दौरान मनमानी फीस और कमीशन वसूल रहे हैं.
- सरकारी डॉक्टरों का यह धंधा जोरों से चल रहा है
- जिम्मेदार इससे पल्ला झाड़े हुए हैं.
सरकारी डॉक्टरों को समय से अस्पताल में बैठने के निर्देश है. उनकी प्राइवेट प्रैक्टिस पर पूरी तरह से रोक है लेकिन फिर भी यदि कोई सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करता हुआ पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-अखिलेश तिवारी, डीएम