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राजकीय सम्मान के साथ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को दी अंतिम विदाई, नम हुईं आंखें - mahatma gandhi

सीतापुर में बुधवार (8 जून) को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवनारायण लाल शर्मा (Freedom fighter shivnarayan lal sharma) का अंतिम संस्कार हुआ. जिला अस्पताल में भर्ती शिवनारायण शर्मा ने मंगलवार (7 जून) को निधन हो गया था. शहर के गोपाल घाट पर राजकीय सम्मान के साथ लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी.

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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिव नारायण लाल शर्मा
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Published : Jun 9, 2022, 8:18 AM IST

सीतापुर: जनपद में प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवनारायण लाल शर्मा (Freedom fighter shivnarayan lal sharma) को बुधवार (8 जून) को अंतिम विदाई दी गई. उनका मंगलवार (7 जून) को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था. वह पिछले एक महीने से सीतापुर जिला अस्पताल में भर्ती थे. वहीं, उन्होंने अंतिम सांस ली. उनका अंतिम संस्कार शहर के गोपाल घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया. प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें सलामी दी.

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवनारायण (Freedom fighter shivnarayan lal sharma) को लोगों ने नम आखों से विदाई दी. अंतिम संस्कार के समय सिटी मजिस्ट्रेट पूजा मिश्रा, एसडीएम सदर समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. प्रशासन की तरफ से उनके परिवार को शासकीय धनराश भी उपल्ब्ध कराई. शिवनारायण लाल शर्मा का निधन जिले के लिए एक अपूर्णीय क्षति है. वह अग्रेंजों के विरुद्ध जिस तरह से लड़ते थे, उसी तरह प्रशासनिक उपेक्षाओं पर अपनी बात खुलकर रखते थे. उन्होंने कई बार प्रशासनिक उपेक्षाओं का शिकार होने का आरोप लगाया.

यह भी पढ़ें: टीजीटी और पीजीटी शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी, 9 जून से कर सकते हैं आवेदन


शिवनारायण लाल शर्मा (Freedom fighter shivnarayan lal sharma) के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पूर्व विधायक और स्वतंत्रता संग्राम स्मृति संस्थान के अध्यक्ष हरीश बाजपेई ने बताया कि उनका जन्म सन् 1924 में हुआ था. इनके पिताजी का नाम बिहारी लाल शर्मा था. शिवनायण शर्मा बचपन से ही पक्के देशभक्त थे. उन्होंने महात्मा गांधी से प्रेरित होकर सन 1942 में असहयोग आंदोलन (Non-cooperation movement) में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बता दें, कि सन 1942 में महात्मा गांधी ने करो और मरो का नारा दिया था. उसी को लेकर सीतापुर के लालबाग पार्क में 18 अगस्त 1942 को एक गोली कांड हुआ था. इसमें 6 लोग शहीद हुए और कई घायल हो गए थे. इस आंदोलन में शिवनारायण लाल शर्मा ने जिले के कई प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानियों के साथ हिस्सा लिया था.

स्वतंत्रता संग्राम स्मृति संस्थान (Freedom struggle memorial institute) के अध्यक्ष ने बताया कि शिवनारायण लाल शर्मा सादा जीवन उच्च विचार और जन सरोकार को लेकर सदैव सजग रहते थे. उन्होंने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को प्रेरणा स्रोत बनाकर अपना जीवन यापन किया. इनके निधन से पूरे जिले में शोक की लहर है.


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सीतापुर: जनपद में प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवनारायण लाल शर्मा (Freedom fighter shivnarayan lal sharma) को बुधवार (8 जून) को अंतिम विदाई दी गई. उनका मंगलवार (7 जून) को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था. वह पिछले एक महीने से सीतापुर जिला अस्पताल में भर्ती थे. वहीं, उन्होंने अंतिम सांस ली. उनका अंतिम संस्कार शहर के गोपाल घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया. प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें सलामी दी.

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवनारायण (Freedom fighter shivnarayan lal sharma) को लोगों ने नम आखों से विदाई दी. अंतिम संस्कार के समय सिटी मजिस्ट्रेट पूजा मिश्रा, एसडीएम सदर समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. प्रशासन की तरफ से उनके परिवार को शासकीय धनराश भी उपल्ब्ध कराई. शिवनारायण लाल शर्मा का निधन जिले के लिए एक अपूर्णीय क्षति है. वह अग्रेंजों के विरुद्ध जिस तरह से लड़ते थे, उसी तरह प्रशासनिक उपेक्षाओं पर अपनी बात खुलकर रखते थे. उन्होंने कई बार प्रशासनिक उपेक्षाओं का शिकार होने का आरोप लगाया.

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शिवनारायण लाल शर्मा (Freedom fighter shivnarayan lal sharma) के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पूर्व विधायक और स्वतंत्रता संग्राम स्मृति संस्थान के अध्यक्ष हरीश बाजपेई ने बताया कि उनका जन्म सन् 1924 में हुआ था. इनके पिताजी का नाम बिहारी लाल शर्मा था. शिवनायण शर्मा बचपन से ही पक्के देशभक्त थे. उन्होंने महात्मा गांधी से प्रेरित होकर सन 1942 में असहयोग आंदोलन (Non-cooperation movement) में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बता दें, कि सन 1942 में महात्मा गांधी ने करो और मरो का नारा दिया था. उसी को लेकर सीतापुर के लालबाग पार्क में 18 अगस्त 1942 को एक गोली कांड हुआ था. इसमें 6 लोग शहीद हुए और कई घायल हो गए थे. इस आंदोलन में शिवनारायण लाल शर्मा ने जिले के कई प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानियों के साथ हिस्सा लिया था.

स्वतंत्रता संग्राम स्मृति संस्थान (Freedom struggle memorial institute) के अध्यक्ष ने बताया कि शिवनारायण लाल शर्मा सादा जीवन उच्च विचार और जन सरोकार को लेकर सदैव सजग रहते थे. उन्होंने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को प्रेरणा स्रोत बनाकर अपना जीवन यापन किया. इनके निधन से पूरे जिले में शोक की लहर है.


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