सीतापुर: जिले में कई महीनों से दहशत का पर्याय बन चुका एक तेंदुआ सोमवार को पिंजड़े में कैद हो गया. वन विभाग के अधिकारियों की ओर से तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार कॉम्बिंग की जा रही थी. इससे पहले भी कई स्थानों पर पिंजड़े को लगाया गया था लेकिन सफलता नहीं मिली थी. तेंदुए ने दो महीने पहले 45 साल के एक शख्स को अपना निवाला बना लिया था. वहीं एक युवक पर तेंदुए ने हमला कर उसे घायल कर दिया था. इसके अलावा कई मवेशियों को भी अपना शिकार बना चुका है.
तेंदुआ पकड़ने के लिए लगातार हो रही थी कॉम्बिंग
जिले के संदना, मिश्रिख, पिसावां, मछरेहटा थाना क्षेत्र में तेंदुए के पदचिन्ह लगातार देखे जा रहे थे. इन क्षेत्रों में वनकर्मियों द्वारा लगातार कॉम्बिंग भी की जा रही थी. 17 अक्टूबर को संदना थाना क्षेत्र के जगदीशपुर निवासी मुर्तजा शौच के लिए गांव के बाहर खेतों की ओर गया था. मुर्तजा को गन्ने के खेत के पास मौजूद तेंदुए ने अपना निवाला बना लिया. बाद में मुर्तजा के शव के अवशेष ही मिले थे. इसके बाद जगदीशपुर गांव में वन विभाग के अधिकारियों ने पिंजड़ा लगा दिया था.
एक युवक को तेंदुआ ने किया था घायल
वहीं संदना थाना क्षेत्र के हरिहरपुर के एक युवक पर तेंदुए ने हमला कर घायल कर दिया था. इसके बाद से ही जिले के कई क्षेत्रों के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ था. वन विभाग की टीम लगातार कॉम्बिंग कर रही थी. वहीं इन क्षेत्रों में तेंदुए ने कई मवेशियों को भी अपना शिकार बनाया था.
शिकार करने के दौरान पिंजड़े में कैद हुआ तेंदुआ
संदना थाना क्षेत्र के खेउटा रामपुर गांव के दक्षिण नदी के तलहटी पर वन विभाग द्वारा एक माह पूर्व पिंजड़ा लगाया गया था. उसमें प्रतिदिन शाम को बकरे को बांधा जा रहा था. सोमवार को पिंजड़े में बांधे गए बकरे को शिकार बनाने के दौरान तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया. जानकारी के मुताबिक सोमवार को गांव के कुछ ग्रामीण पिंजड़े के पास से गुजर रहे थे. तेंदुए की आवाज सुनकर वह सहम गए. इसके बाद ग्रामीणों ने तेंदुए के फंसे होने की जानकारी वन विभाग की टीम को दी. वहीं तेंदुए के पिंजड़े में फंसे होने की खबर सुनते ही वहां पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई. मौके पर डीएफओ रुस्तम परवेज समेत वन विभाग के कई अधिकारी पहुंचे. पकड़े गए तेंदुए को मिश्रिख रेंज हाउस ले जाया गया.