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ब्लॉक ऑफिस के मनरेगा कक्ष में आग लगने से फाइलें जल गईं

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में मिश्रिख ब्लॉक ऑफिस के मनरेगा कक्ष में आग लग गई. इससे मनरेगा से जुड़ी फाइलें जलकर खाक हो गईं. आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट को बताया जा रहा है.

Fire broke out in mgnrega room of mishrikh block office
मिश्रिख ब्लॉक ऑफिस के मनरेगा कक्ष में लगी आग.
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Published : Apr 9, 2021, 7:45 PM IST

सीतापुर: जिले के मिश्रिख क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां पूरे उफान पर हैं. वहीं, गुरुवार देर रात ब्लॉक ऑफिस के मनरेगा कक्ष में हुई भीषण आगजनी की घटना में गत दो-ढाई साल के सारे रिकॉर्ड्स कम्प्यूटर सहित जलकर खाक हो गए. बीडीओ रामकुमार उपाध्याय ने बताया कि घटना का कारण बीती रात आए हाईवोल्टेज से शॉट सर्किट है. मामला करोड़ों के कागजी विकास कार्यों से जुड़े अभिलेखों के नष्टीकरण से जुड़ा हुआ है. मिश्रिख ब्लॉक की सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा धन से करोड़ों रुपये की लागत का कच्चा-पक्का विकास कार्य हर साल सम्पादित होता है. इनके रिकार्डों का जलकर नष्ट हो जाना गम्भीर विषय है.

घटना स्थल पर पहुंचे एसडीएम

जानकारी के मुताबिक, विकास क्षेत्र की सभी 71 ग्राम पंचायतों के साथ ही ब्लॉक परिसर में कुल मिलाकर विगत समय में करोड़ों रुपये की लागत के विकास के काम कराए गए थे. इनमें नियम विपरीत अमानक कार्यों का भंडाफोड़ मीडिया समय-समय पर करता रहा, लेकिन जांच और कार्रवाई के अभाव में सब कुछ ठंडे बस्ते में ही बंद होता चला गया. गुरुवार रात को दो-ढाई साल के मनरेगा रिकॉर्डों का जलकर खाक हो जाना अधिकारियों की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा कर रहा है. ‌‌घटना की सूचना पर एसडीएम गिरीश कुमार झा के साथ ही प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार अपने अधीनस्थों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे.

पढ़ें: यूपी : बिजनौर की फैक्ट्री में लगी भीषण आग, पांच की मौत

उठे सवाल

मनरेगा कक्ष में बैठकर काम करने वाले लेखा सहायक जितेंद्र और एपीओ रामशंकर की जिम्मेदारी को भी नकारा नहीं जा सकता. क्योंकि यह दोनों कर्मी खंड विकास अधिकारी के खास बताए जाते हैं. मनरेगा कक्ष में अगर शॉर्ट सर्किट से अग्निकांड की घटना हुई है तो बीती रात आए हाईवोल्टेज के चलते ब्लॉक अध्यक्ष के कम्प्यूटर कक्षों में शॉर्ट सर्किट ने अपना प्रभाव क्यों नहीं दिखाया.

सीतापुर: जिले के मिश्रिख क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां पूरे उफान पर हैं. वहीं, गुरुवार देर रात ब्लॉक ऑफिस के मनरेगा कक्ष में हुई भीषण आगजनी की घटना में गत दो-ढाई साल के सारे रिकॉर्ड्स कम्प्यूटर सहित जलकर खाक हो गए. बीडीओ रामकुमार उपाध्याय ने बताया कि घटना का कारण बीती रात आए हाईवोल्टेज से शॉट सर्किट है. मामला करोड़ों के कागजी विकास कार्यों से जुड़े अभिलेखों के नष्टीकरण से जुड़ा हुआ है. मिश्रिख ब्लॉक की सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा धन से करोड़ों रुपये की लागत का कच्चा-पक्का विकास कार्य हर साल सम्पादित होता है. इनके रिकार्डों का जलकर नष्ट हो जाना गम्भीर विषय है.

घटना स्थल पर पहुंचे एसडीएम

जानकारी के मुताबिक, विकास क्षेत्र की सभी 71 ग्राम पंचायतों के साथ ही ब्लॉक परिसर में कुल मिलाकर विगत समय में करोड़ों रुपये की लागत के विकास के काम कराए गए थे. इनमें नियम विपरीत अमानक कार्यों का भंडाफोड़ मीडिया समय-समय पर करता रहा, लेकिन जांच और कार्रवाई के अभाव में सब कुछ ठंडे बस्ते में ही बंद होता चला गया. गुरुवार रात को दो-ढाई साल के मनरेगा रिकॉर्डों का जलकर खाक हो जाना अधिकारियों की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा कर रहा है. ‌‌घटना की सूचना पर एसडीएम गिरीश कुमार झा के साथ ही प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार अपने अधीनस्थों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे.

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उठे सवाल

मनरेगा कक्ष में बैठकर काम करने वाले लेखा सहायक जितेंद्र और एपीओ रामशंकर की जिम्मेदारी को भी नकारा नहीं जा सकता. क्योंकि यह दोनों कर्मी खंड विकास अधिकारी के खास बताए जाते हैं. मनरेगा कक्ष में अगर शॉर्ट सर्किट से अग्निकांड की घटना हुई है तो बीती रात आए हाईवोल्टेज के चलते ब्लॉक अध्यक्ष के कम्प्यूटर कक्षों में शॉर्ट सर्किट ने अपना प्रभाव क्यों नहीं दिखाया.

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