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सीतापुर: घटता जलस्तर किसानों के लिए बना चिंता का सबब, सिंचाई के लिए लागू की गई यह योजना - सीतापुर ताजा खबर

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में लगातार घटता भूजल स्तर सभी के चिंता का कारण बना हुआ है. जलस्तर घटने के कारण जिले के किसानों को मुश्किलों के दौर से गुजरना पड़ रहा है. इस समस्या का निदान करने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की है.

किसानों को मिलेगा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ.
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Published : Sep 21, 2019, 9:10 PM IST

सीतापुर: जिले में लगातार घटता जलस्तर सभी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. सिचांई के लिए भी यह एक बड़ी समस्या है, लेकिन किसानों को अब इससे मायूस होने की जरूरत नहीं है, सरकार ने उनके लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की है. इस योजना के तहत किसानों को अनुदान देने की भी व्यवस्था तय की गई है.

किसानों को मिलेगा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ.

फसलों की फव्वारे से की जाएगी सिंचाई

  • जिले के कई इलाकों में भूजल स्तर लगातार घटने के कारण कृषि वैज्ञानिकों ने खासी चिंता जाहिर की है.
  • ये वह इलाके है जहां ज्यादा पानी वाली फसलों का अंधाधुंध उत्पादन किया गया है.
  • जलस्तर घटने के कारण कारण इस इलाके के किसानों को भी मुश्किलों के दौर से गुजरना पड़ रहा है क्योंकि उनके सामने फसलों की सिंचाई एक बड़ी समस्या है.
  • इसी समस्या का निदान करने के लिए केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की है.
  • इस योजना का दूसरा बड़ा उद्देश्य पानी की बर्बादी को रोकने का भी है, जिसके चलते फसलों की फव्वारे या टपक विधि से सिंचाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- सीतापुर: गांव में नहीं पहुंची बिजली, थमाया हजारों का बिल

सरकार ने कम सिचांई वाली फसलों को इस योजना के दायरे में लाकर उन्हें अनुदान देने का भी निर्णय लिया है. इस योजना के तहत लघु एवं सीमान्त कृषकों को 90 प्रतिशत और सामान्य किसानों को 80 फीसदी तक का अनुदान दिया जायेगा. सरकार ने इस योजना के अंतर्गत ड्रिप सिंचाई, सूक्ष्म स्प्रिंकलर, मिनी स्प्रिंकलर, फव्वारा सिंचाई,पोर्टेबल स्प्रिंकलर सिंचाई, सेमि परमानेंट स्प्रिंकलर सिंचाई और लार्ज वाल्यूम स्प्रिंकलर सिंचाई की विधियों के माध्यम से खेती की योजना लागू की है. इस योजना के तहत गत वर्ष साढ़े तीन सौ किसानों को लाभान्वित किया गया था. इस वर्ष यह संख्या और बढ़ाने की कवायद की जा रही है.
-रामनरेश वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी, सीतापुर

सीतापुर: जिले में लगातार घटता जलस्तर सभी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. सिचांई के लिए भी यह एक बड़ी समस्या है, लेकिन किसानों को अब इससे मायूस होने की जरूरत नहीं है, सरकार ने उनके लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की है. इस योजना के तहत किसानों को अनुदान देने की भी व्यवस्था तय की गई है.

किसानों को मिलेगा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ.

फसलों की फव्वारे से की जाएगी सिंचाई

  • जिले के कई इलाकों में भूजल स्तर लगातार घटने के कारण कृषि वैज्ञानिकों ने खासी चिंता जाहिर की है.
  • ये वह इलाके है जहां ज्यादा पानी वाली फसलों का अंधाधुंध उत्पादन किया गया है.
  • जलस्तर घटने के कारण कारण इस इलाके के किसानों को भी मुश्किलों के दौर से गुजरना पड़ रहा है क्योंकि उनके सामने फसलों की सिंचाई एक बड़ी समस्या है.
  • इसी समस्या का निदान करने के लिए केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की है.
  • इस योजना का दूसरा बड़ा उद्देश्य पानी की बर्बादी को रोकने का भी है, जिसके चलते फसलों की फव्वारे या टपक विधि से सिंचाई की जाएगी.

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सरकार ने कम सिचांई वाली फसलों को इस योजना के दायरे में लाकर उन्हें अनुदान देने का भी निर्णय लिया है. इस योजना के तहत लघु एवं सीमान्त कृषकों को 90 प्रतिशत और सामान्य किसानों को 80 फीसदी तक का अनुदान दिया जायेगा. सरकार ने इस योजना के अंतर्गत ड्रिप सिंचाई, सूक्ष्म स्प्रिंकलर, मिनी स्प्रिंकलर, फव्वारा सिंचाई,पोर्टेबल स्प्रिंकलर सिंचाई, सेमि परमानेंट स्प्रिंकलर सिंचाई और लार्ज वाल्यूम स्प्रिंकलर सिंचाई की विधियों के माध्यम से खेती की योजना लागू की है. इस योजना के तहत गत वर्ष साढ़े तीन सौ किसानों को लाभान्वित किया गया था. इस वर्ष यह संख्या और बढ़ाने की कवायद की जा रही है.
-रामनरेश वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी, सीतापुर

Intro:सीतापुर: इस जिले में लगातार घटता जलस्तर सभी के लिए चिंता का विषय है. सिचांई के लिए भी यह एक बड़ी समस्या है लेकिन किसानों को अब इससे मायूस होने की जरूरत नहीं है, सरकार ने उनके लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की है. इस योजना के तहत किसानों को अनुदान देने की भी व्यवस्था तय की गई है.


Body:जिले के कई इलाकों में भूजल स्तर लगातार घटने के कारण कृषि वैज्ञानिकों ने खासी चिंता जाहिर की है. ये वह इलाके है जहां ज्यादा पानी वाली फसलों का अंधाधुंध उत्पादन किया गया है. जलस्तर घटने के कारण कारण इस इलाके के किसानों को भी मुश्किलों के दौर से गुजरना पड़ रहा है क्योंकि उनके सामने फसलों की सिंचाई एक बड़ी समस्या है. इसी समस्या का निदान करने के लिए केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की है. इस योजना का दूसरा बड़ा उद्देश्य पानी की बर्बादी को रोकने का भी है जिसके चलते फसलों की फव्वारे या टपक विधि से सिंचाई की जाएगी.


Conclusion:सरकार ने कम सिचांई वाली फसलों को इस योजना के दायरे में लाकर उन्हें अनुदान देने का भी निर्णय लिया है. इस योजना के तहत लघु एवं सीमान्त कृषकों को 90 प्रतिशत और सामान्य किसानों को 80 फीसदी तक का अनुदान दिया जायेगा. सरकार ने इस योजना के अंतर्गत ड्रिप सिंचाई, सूक्ष्म स्प्रिंकलर, मिनी स्प्रिंकलर, फव्वारा सिंचाई,पोर्टेबल स्प्रिंकलर सिंचाई, सेमि परमानेंट स्प्रिंकलर सिंचाई और लार्ज वाल्यूम स्प्रिंकलर सिंचाई की विधियों के माध्यम से खेती की योजना लागू की है. इस योजना के तहत गत वर्ष साढ़े तीन सौ किसानों को लाभान्वित किया गया था इस वर्ष यह संख्या और बढ़ाने की कवायद की जा रही है.

बाइट-रामनरेश वर्मा (जिला उद्यान अधिकारी)

सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887
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