सीतापुर: सरकार भले ही किसानों की आय दोगुनी करने की बात कर रही हो, लेकिन अभी किसानों की समस्या का ही समाधन नहीं हो पा रहा है. ऐसी परिस्थिति में किसानों की आय दोगुनी तो दूर की बाद दो जून की रोटी की भी समस्या बनती जा रही है.
इन दिनों गेहूं, मसूस और लाही की बुवाई चल रही है. नलकूप खराब होने के चलते खेतों का पलेवा नहीं हो पा रहा है. इससे फसल की बुवाई लेट होती जा रही है. वहीं, कुछ किसान निजी पंपिंग सेट से खेतों में पलेवा और गन्ने की फसल में सिंचाई करने को मजबूर हैं. निजी पंपिंग सेट मालिक प्रतिघंटा 250 से 300 रुपये ले रहे हैं. इसके अलावा किसानों को पाइप का अलग से किराया देना पड रहा है. इससे किसानों की फसल की लागत काफी बढ़ जाती है. वहीं, अधिकतर किसान पैसों के अभाव के चलते फसल नहीं बो पाते हैं.
विकास खण्ड सिधौली के लक्षिमनपुर गांव निवासी दिनेश प्रताप सिंह, अमित कुमार आदि किसानों द्वारा राजकीय नलकूप को सही कराए जाने को लेकर कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायतें की गईं, लेकिन किसानों की समस्या का समाधन नहीं हो सका.