सीतापुर : नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष नेहा अवस्थी ने एक बड़ा कदम और आगे बढ़ाया है. यदि उनका प्रोजेक्ट कामयाब हुआ तो शहर की एक अलग ही पहचान बनेगी. इतना ही नहीं देश और प्रदेश में शहर की रैंकिंग बढ़ने के साथ ही लोगों को बहुत कुछ नया और अनोखा देखने को मिलेगा. इसके लिए उन्होंने एक ह्यूमन मैट्रिक्स नामक एनजीओ की मदद ली है.
एनजीओ के सदस्यों ने किया शहर का भ्रमण : एनजीओ के सदस्यों ने गुरुवार को शहर का भ्रमण कर तमाम बारीकियों को देखा, समझा और उनके निस्तारण का तरीका खोजा. जिसके बाद चेयरमैन नेहा अवस्थी, चैयरमैन प्रतिनिधि नमेंद्र अवस्थी के साथ बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. बता दें कि चैयरमैन नेहा अवस्थी ने जब से जाना है कि प्रदेश में साफ सफाई और पालिका द्वारा बहुत कुछ खास करने के कारण इंदौर शहर ने एक सैकड़ा का आंकड़ा लांघ कर पहला स्थान प्राप्त किया है, तब से वह भी अपने शहर को ऊपर लाना चाहती हैं.
इंदौर की व्यवस्था देखी : नेहा अवस्थी ने बताया कि भारत के सबसे स्वच्छ शहर में से एक इंदौर का उन्होंने अपनी टीम के साथ भ्रमण किया था. जहां उन्होंने पाया कि शहर को साफ रखने में सबसे अहम भूमिका वहां नगर निगम और जनता को दी जाती है. मशीनों से सफ़ाई प्रेरणादायी है. कंट्रोल कमाण्ड सेंटर से निगरानी रखी जाती है. गीले कूड़े के निस्तारण से खाद का निर्माण होता है. तमाम और जानकारियां भी उन्होंने हासिल कीं, जिसे अब सीतापुर में दोहराना उनका सपना बन गया है. इसी कड़ी में उन्होंने एनजीओ से संपर्क कर शहर में तमाम कार्यप्रणालियों को लागू करने के लिए भ्रमण किया. यह प्रोजेक्ट कब से काम करेगा, कितना बजट लगेगा, कौन कौन इसमें शामिल होगा, यह सब जानकारियां दूसरी बैठक के बाद ही मिल सकेंगी.