सीतापुर: कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत जिला स्तरीय कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई. इस बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने की. बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने प्रस्तुत किये गये एजेण्डे के बिन्दुओं की एक-एक करके समीक्षा की एवं निर्देश दिये. बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि योजना से लाभान्वित होने वाले मत्स्य पालकों का चयन विभागीय नियमों के आधार पर किया जाये.
जिलाधिकारी ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये कि जल श्रोत के स्वामित्व की पुष्टि संबंधित तहसीलदार से अवश्य करा ली जाये. साथ ही जनपद में योजनाबद्ध तरीके से मत्स्य उत्पादन को बढ़ाने के लिये प्रयास किये जायें, जिससे जनपद की मत्स्य की आवश्यकताएं पूर्ण हो सकें एवं निर्यात भी किया जा सके, जिससे मत्स्य पालकों की आय में वृद्धि हो. उन्होंने भविष्य की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुये कार्ययोजना बनाये जाने के भी निर्देश दिये.
कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया के वैज्ञानिक डॉ. आनन्द के परामर्श पर जिलाधिकारी ने भुवनेश्वर स्थित सेन्ट्रल इन्स्टीट्यूट ऑफ फिशरीज के वैज्ञानिकों से वेबमीट द्वारा प्रगतिशील मत्स्य पालकों को प्रशिक्षण दिलाये जाने के निर्देश दिये. जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि पट्टे पर दिये गये जल श्रोत का संरक्षण किया जाये तथा उसके स्वरूप को कतई न बिगाड़ा जाये.
इस बैठक में सहायक निदेशक मत्स्य ए.सी. श्रीवास्तव द्वारा जिला स्तरीय कमेटी का एजेण्डा प्रस्तुत किया गया. इतना ही नहीं उन्होंने भारत सरकार द्वारा मत्स्य उत्पादन में वृद्धि हेतु संचालित योजनाओं के विषय में जानकारी दी. बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी संदीप कुमार सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.