सीतापुर: पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री रामलाल राही का गुरुवार शाम निधन हो गया था. शुक्रवार को रामलाल राही का अंतिम संस्कार किया गया. पुलिस लाइन स्थित उनके आवास पर कांग्रेस, भाजपा, सपा, बसपा और कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शोक संवेदनाएं देने पहुंचे. इस दौरान सभी के आंखों से आंसू छलक उठे.
शोक संवेदना में शामिल हुए प्रशासनिक अधिकारी
गुरुवार शाम से ही शोक संवेदना प्रकट करने वालों का हुजूम रामलाल राही के आवास पर पहुंच रहा था. रामलाल राही सीतापुर की राजनीति के कर्णधार और सूत्रधार रहे हैं. जनपद के कई जन आंदोलनों के सूत्रधार रहे गांधीवादी विचारधारा के 86 वर्षीय रामलाल राही हर समाज व हर वर्ग में अपनी खास पहचान के लिए जाने जाते थे. रामलाल राही अत्यंत सरल मृदुभाषी स्वभाव वाले नेता थे.
उनके निधन पर सभी जनप्रतिनिधियों भाजपा, सपा, कांग्रेस, बसपा समेत शिक्षकों, व्यापारियों बुद्धिजीवियों अन्य संगठनों ने शोक व्यक्त किया. शुक्रवार दोपहर लगभग 2 बजे मृदुभाषी शांत स्वरूप पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रामलाल राही को बाबा गोपाल घाट (श्मशान घाट) पर अंतिम विदाई दी गई. जिस भी राजनीतिक हस्ती ने पूर्व गृह राज्यमंत्री के निधन की खबर सुनी, उसने दुख प्रकट करते हुए ईश्वर से आत्मा की मोक्ष के लिए प्रार्थना की. जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज, अपर जिलाधिकारी विनय पाठक और एसडीएम सदर अमित भट्ट ने रामलाल राही के आवास पर पहुंचकर विधायक सुरेश राही व रमेश राही को सांत्वना दी.
इसे भी पढ़ें: पूर्व केंद्रीय मंत्री रामलाल राही का निधन
चार बार सांसद और दो बार विधायक रहे
पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामलाल राही का गुरुवार रात निधन हो गया था. वे 82 वर्ष के थे. राही नरसिम्हा राव सरकार के दौरान गृह राज्य मंत्री बने और सीतापुर जिले के मिश्रिख से चार बार सांसद और हरगांव से दो बार विधायक रहे. वे कांग्रेस छोड़ 2017 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए, लेकिन 2019 में फिर कांग्रेस में लौट आए. उनके बेटे सुरेश राही सीतापुर के हरगांव से भाजपा विधायक हैं.