सीतापुर: शहर के बीचों-बीच से होकर गुजरने वाली सरायन नदी को पुनर्जीवित कर उसका कायाकल्प करने काम बीते करीब एक महीने से कराया जा रहा है. बता दें कि नदी की तस्वीर बदलने का काम सरकारी तौर पर नहीं हो रहा बल्कि इसे गन्दे नाले से नदी के रूप में बदलने का काम कर रहे हैं बीजेपी के सदर विधायक राकेश राठौर, जो अपने निजी प्रयासों से इस नदी के पानी को स्वच्छ और निर्मल बनाने के साथ ही नदी के किनारे को वाकिंग प्लेस के रूप में तब्दील करने में जुटे हुए हैं. विधायक के इस भागीरथी प्रयास को जनसमर्थन तो मिल रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से ठेंगा दिखाया जा रहा है.
इस पूरे मामले में ईटीवी भारत से खास बातचीत में विधायक ने अपना मकसद और इस कार्य योजना के बाबत विस्तार से जानकारी दी. साथ ही इस बात पर अफसोस भी जताया कि प्रशासन से इस काम मे कोई मदद नहीं मिल रही है. यहां तक कि कचरा रोकने के लिए जो कच्चे नालों पर जो जालियां लगवाई गईं थी, उनके भी बारिश में बेकार होने के बाद नदी में गन्दा पानी जाने से रोकने का भी कोई इंतजाम नहीं किया गया है.
नदी के पुनरोद्धार अभियान में पोकलैंड मशीन के माध्यम से नदी के तल तक सफाई कराकर उसमें भरे कचरे को बाहर निकलवाया गया. नदी के किनारों की पटाई कराकर उसे समतल कराया गया ताकि लोग उस पर मॉर्निंग वॉक कर सकें. कैंची पुल से नदी तक पहुंचने के लिए बाकायदा स्टील रेलिंग लगवाई गई है और नदी के किनारों पर वृक्षारोपण कराया गया है, जिससे लोगों को छाया और स्वच्छ वायु मिल सके.
-राकेश राठौर, सदर विधायक