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सीतापुर: पराजित ब्लाक प्रमुख का आरोप, फर्जी वोटर के जरिए पास कराया अविश्वास प्रस्ताव

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पंचायत प्रमुख पद के लिए आए अविश्वास प्रस्ताव पर पराजित ब्लाक प्रमुख ने सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि बीडीसी महिला अविश्वास की बैठक में नहीं गयी थी. उनकी जगह पर किसी फर्जी महिला को खड़ा कर मतदान प्रक्रिया में शामिल करा दिया गया और एक वोट से अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया.

फर्जी वोटर के जरिए पास कराया अविश्वास प्रस्ताव.
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Published : Jul 25, 2019, 5:43 AM IST

सीतापुर: हरगांव क्षेत्र में पंचायत प्रमुख पद के लिए पिछले दिनों आए अविश्वास प्रस्ताव पर पराजित ब्लाक प्रमुख ने सवाल खड़े करते हुए इस प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस बीडीसी महिला को मतदान प्रक्रिया में शामिल दिखाया गया है वह उसमें गयी ही नहीं थी. इस संबंध में शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के समर्थन में फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की रिपोर्ट संलग्न करते हुए डीएम को प्रार्थना पत्र दिया है.

फर्जी वोटर के जरिए पास कराया अविश्वास प्रस्ताव.

क्या है पूरा मामला

  • क्षेत्र पंचायत हरगांव में माला वर्मा के खिलाफ 12 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक हुई थी.
  • बैठक में अविश्वास प्रस्ताव एक मत के अंतर से पारित हुआ था, जिसके बाद प्रमुख माला वर्मा को अपदस्थ कर दिया गया था.
  • अविश्वास प्रस्ताव को लेकर माला के पति कमलेश ने संवाददाता सम्मेलन में सवाल खड़े करते हुए इसे निरस्त करने की मांग की है.
  • कमलेश ने आरोप लगाया कि वार्ड संख्या 63 उमरी सलेमपुर की बीडीसी सदस्य जाबिरा अविश्वास की बैठक में नहीं गयी थी.
  • जाबिरा के जगह पर किसी फर्जी महिला को खड़ाकर मतदान प्रक्रिया में शामिल करा दिया गया.
  • उसके बाद एक वोट से अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया.

पराजित ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि ने जाबिरा के स्थान पर शामिल की गई महिला और जाबिरा के फिंगर प्रिंट का मिलान कराते हुए दोनो के अंतर की रिपोर्ट पत्रकारों के सामने पेश की. माला वर्मा ने जिलाधिकारी को इस आशय का शिकायती पत्र देते हुए पास हुए अविश्वास प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है.

सीतापुर: हरगांव क्षेत्र में पंचायत प्रमुख पद के लिए पिछले दिनों आए अविश्वास प्रस्ताव पर पराजित ब्लाक प्रमुख ने सवाल खड़े करते हुए इस प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस बीडीसी महिला को मतदान प्रक्रिया में शामिल दिखाया गया है वह उसमें गयी ही नहीं थी. इस संबंध में शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के समर्थन में फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की रिपोर्ट संलग्न करते हुए डीएम को प्रार्थना पत्र दिया है.

फर्जी वोटर के जरिए पास कराया अविश्वास प्रस्ताव.

क्या है पूरा मामला

  • क्षेत्र पंचायत हरगांव में माला वर्मा के खिलाफ 12 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक हुई थी.
  • बैठक में अविश्वास प्रस्ताव एक मत के अंतर से पारित हुआ था, जिसके बाद प्रमुख माला वर्मा को अपदस्थ कर दिया गया था.
  • अविश्वास प्रस्ताव को लेकर माला के पति कमलेश ने संवाददाता सम्मेलन में सवाल खड़े करते हुए इसे निरस्त करने की मांग की है.
  • कमलेश ने आरोप लगाया कि वार्ड संख्या 63 उमरी सलेमपुर की बीडीसी सदस्य जाबिरा अविश्वास की बैठक में नहीं गयी थी.
  • जाबिरा के जगह पर किसी फर्जी महिला को खड़ाकर मतदान प्रक्रिया में शामिल करा दिया गया.
  • उसके बाद एक वोट से अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया.

पराजित ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि ने जाबिरा के स्थान पर शामिल की गई महिला और जाबिरा के फिंगर प्रिंट का मिलान कराते हुए दोनो के अंतर की रिपोर्ट पत्रकारों के सामने पेश की. माला वर्मा ने जिलाधिकारी को इस आशय का शिकायती पत्र देते हुए पास हुए अविश्वास प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है.

Intro:सीतापुर: हरगांव के क्षेत्र पंचायत प्रमुख पद के लिए पिछले दिनों आये अविश्वास प्रस्ताव पर पराजित प्रमुख ने सवाल खड़े करते हुए इस प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि जिस बीडीसी महिला को मतदान प्रक्रिया में शामिल दिखाया गया है वह उसमे गयी ही नही थी.इस संबंध में शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के समर्थन में फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की रिपोर्ट संलग्न करते हुए डीएम को प्रार्थना पत्र दिया है.


Body:क्षेत्र पंचायत हरगांव में प्रमुख माला वर्मा के खिलाफ 12 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक हुई थी. इस बैठक में अविश्वास प्रस्ताव एक मत के अंतर से पारित हुआ था जिसके बाद प्रमुख माला वर्मा को अपदस्थ कर दिया गया था. इसी अविश्वास प्रस्ताव को लेकर माला वर्मा के पति कमलेश वर्मा ने एक संवाददाता सम्मेलन में गंभीर सवाल खड़े करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की है. कमलेश वर्मा ने आरोप लगाया कि वार्ड संख्या 63 उमरी सलेमपुर की बीडीसी सदस्य जाबिरा पत्नी मुख्तार अविश्वास की बैठक में नही गयी थी लेकिन उनकी जगह पर किसी फ़र्ज़ी महिला को खड़ा कर मतदान प्रक्रिया में शामिल करा दिया गया और एक वोट से अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया.



Conclusion:ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि ने बैठक में बीडीसी सदस्य जाबिरा के स्थान पर शामिल की गई महिला और जाबिरा के फिंगर प्रिंट का मिलान कराते हुए दोनो के अंतर की रिपोर्ट पत्रकारों के सामने पेश की और जिलाधिकारी को इस आशय का शिकायती पत्र देते हुए पास हुए अविश्वास प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है.

बाइट-कमलेश वर्मा (ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि-हरगांव)

सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887
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