ETV Bharat / state

सीतापुर: कृषि विज्ञान केंद्र महिलाओं को दे रहा रोजगार प्रशिक्षण

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में कृषि विज्ञान केंद्र कटिया बेरोजगार महिलाओं को रोजगार उप्लब्ध करा रहा है. इसके लिए बकायदे महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.

author img

By

Published : Jun 13, 2020, 10:19 AM IST

जानकारी देतीं डॉक्टर सौरभ.
जानकारी देतीं डॉक्टर सौरभ.

सीतापुर: कोरोना संकट काल में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए जिले में कटिया स्थित कृषि विज्ञान केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. केंद्र पर ही महिलाओंं को स्वावलंबी बनाने को लेकर प्रशिक्षित किया जा रहा है. रोजगार की इच्छुक महिलाएं हस्तशिल्प के जरिए आय सृजन कर सकती हैं.

जानकारी देतीं डॉक्टर सौरभ.

इस बारे में जानकारी देते हुए कृषि वैज्ञानिक डॉ. सौरभ ने बताया कि लैंटाना कैमरा एक किस्म का खर पतवार है. यह आमतौर पर खेतों में पाया जाता है, जो खेत में जैव विविधता को रोकने का काम करता है. डॉ. सौरभ ने बताया कि इस पौधे को अंग्रेज सजावटी फूल के लिए लाए थे. बाद में इसकी तादात काफी बढ़ गई. वर्तमान समय में खेतों में बहुतायत की संख्या में यह पाया जाता है. बिना किसी लागत के पाया जाने वाले इस पौधे की टहनियों को ईको फ्रेंडली उपयोग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

डॉ. सौरभ ने बताया कि इससे घर की सजावट का सामान तैयार किया जा सकता है. साथ ही उपयोग की वस्तुएं जैसे- हैंगर, बटन के अलावा घर के शोपीस आदि चीजें तैयार की जा सकती हैं. कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि इसमें कोई खास लागत भी नहीं लगनी है. बस थोड़े से प्रशिक्षण के बाद महिलाएं इसे रोजगार का साधन बना सकती हैं.

कोरोना संकट के इस दौर में जब ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सामने जीविका का संकट है, ऐसे में हस्तशिल्प का यह रोजगार सैकड़ों महिलाओं के लिए राहत का सबब बन सकता है. महिलाएं घर बैठे तरह-तरह के सजावटी सामान बनाकर बाजारों में बेच सकती हैं.

सीतापुर: कोरोना संकट काल में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए जिले में कटिया स्थित कृषि विज्ञान केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. केंद्र पर ही महिलाओंं को स्वावलंबी बनाने को लेकर प्रशिक्षित किया जा रहा है. रोजगार की इच्छुक महिलाएं हस्तशिल्प के जरिए आय सृजन कर सकती हैं.

जानकारी देतीं डॉक्टर सौरभ.

इस बारे में जानकारी देते हुए कृषि वैज्ञानिक डॉ. सौरभ ने बताया कि लैंटाना कैमरा एक किस्म का खर पतवार है. यह आमतौर पर खेतों में पाया जाता है, जो खेत में जैव विविधता को रोकने का काम करता है. डॉ. सौरभ ने बताया कि इस पौधे को अंग्रेज सजावटी फूल के लिए लाए थे. बाद में इसकी तादात काफी बढ़ गई. वर्तमान समय में खेतों में बहुतायत की संख्या में यह पाया जाता है. बिना किसी लागत के पाया जाने वाले इस पौधे की टहनियों को ईको फ्रेंडली उपयोग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

डॉ. सौरभ ने बताया कि इससे घर की सजावट का सामान तैयार किया जा सकता है. साथ ही उपयोग की वस्तुएं जैसे- हैंगर, बटन के अलावा घर के शोपीस आदि चीजें तैयार की जा सकती हैं. कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि इसमें कोई खास लागत भी नहीं लगनी है. बस थोड़े से प्रशिक्षण के बाद महिलाएं इसे रोजगार का साधन बना सकती हैं.

कोरोना संकट के इस दौर में जब ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सामने जीविका का संकट है, ऐसे में हस्तशिल्प का यह रोजगार सैकड़ों महिलाओं के लिए राहत का सबब बन सकता है. महिलाएं घर बैठे तरह-तरह के सजावटी सामान बनाकर बाजारों में बेच सकती हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.