सीतापुर: 88 हजार ऋषियों की तपोभूमि नैमिषारण्य में भागवत कथा का रसपान करने के उद्देश्य से आए 50 से अधिक श्रद्धालु लॉकडाउन के दौरान जनपद में ही फंस गए. प्रशासन ने इन श्रद्धालुओं को उनके घर वापस जाने की इजाजत दे दी है.
लॉकडाउन की वजह से फंसे श्रद्धालु
बीते 16 मार्च को नैमिष स्थित उड़िया आश्रम (बंगाली मठ) में उड़ीसा के ब्लाइंगिर एवं पूरी गंजम जनपद से कथाव्यास समेत 51 लोग यहां भागवत कथा का आयोजन करने आए थे. इस दौरान पूरे देश में लॉकडाउन लागू हो गया. जिसकी वजह से ये लोग यहां फंस गये.
लॉकडाउन के कारण सभी श्रद्धालु नैमिषारण्य में फंसे हुए हैं. इन श्रद्धालुओं में 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग और तीन बच्चे भी शामिल हैं. श्रद्धालुओं के टीम लीडर ने कई बार डीएम व एसडीएम से अपने घर वापस भेजने का अनुरोध किया. पांच दिन पूर्व रविवार को यह श्रद्धालु अपने घर जाने के लिए जिद करने लगे थे, तब प्रशासन ने इन्हें शान्त कराया था.
प्रशासन ने दी अनुमति
इस संबंध में एसडीएम मिश्रिख राजीव पाण्डेय ने बताया कि नैमिषारण्य में उड़ीसा के 51 और आंध्र प्रदेश के आठ लोग फंसे हुए थे. जिन्हें घर वापस भेजे जाने के अनुरोध पर अनुमति प्रदान कर दी गई है, जल्द ही यह सभी लोग अपने घर वापस पहुंच जायेंगे.