सिद्धार्थनगर: जिले की पुलिस ने फर्जी डॉक्टर गैंग का पर्दाफाश किया है. जनवरी 2022 में इलाज के दौरान नवजात शिशु की मौत पर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधक पर मुकदमा दर्ज कराया था. बांसी कोतवाली पुलिस ने 15 जनवरी के एक नवजात बच्चे की मौत की जांच शुरू की तो उसके होश उड़ गए. यहां डॉक्टर से लेकर मैनेजमेंट तक सब फर्जी निकले. इनके पास न कोई डिग्री है और न ही डॉक्टरी का अनुभव. बाकायदा यह सब बांसी कस्बे में लाइफ केयर सेंटर के नाम से अपना अस्पताल संचालित कर रहे थे. इस अस्पताल में ICU तक की भी व्यवस्था थी.
पकड़े गए अभियुक्तों में हरिओम त्रिपाठी मैनेजर और बृजभूषण पाण्डेय मैनेजिंग डायरेक्टर शामिल हैं. यह दोनों जिले के इटवा और गोल्हौरा थाना क्षेत्र के निवासी है. मुख्य अभियुक्त परमहंस कुमार मिश्र अभी तक फरार है जोकि खुद को MBBS और बच्चों का विशेषज्ञ बताता है. इन सबका इस तरह का गोरखधंधा और कई जिलों में चल रहा है.
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वहीं, पुलिस इस मामले में गंभीर धाराओ में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही में जुट गयी है. पुलिस फरार डॉक्टर को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. इस मामले में एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने बताया है कि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जा रही है.
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