श्रावस्ती:सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार की कलई परत-दर-परत उजागर होने लगी है. किसान सेवा सहकारी समिति कल्यानपुर कटरा इकौना के प्रभारी सचिव की ओर से खाद बिक्री के लिए भारत सरकार द्वारा प्राप्त पांच लाख रूपये गबन किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. लाखों की हुई इस वित्तीय अनियमितता का भंडाफोड़ समिति के सभापति ने किया है. सहायक निबंधक को शिकायत भेजकर विधिक कार्रवाई की मांग की है.
किसान सेवा सहकारी समिति कल्याणपुर के सभापति हरीश्वर ने बताया कि प्रभारी सचिव माधवराम यादव उवर्रक ने खरीद के लिए भारत सरकार से मिले पांच लाख रूपये का बंदरबांट कर लिया है. प्रभारी सचिव ने रुपए समिति के खाते (आरकेवीवाई) में न जमा करके लाखों रूपये उदरस्थ कर दिया है. इसके बाद अपनी स्याह करतूतों पर सफेद पॉलिस लगाने का अथक प्रयास कर रहे हैं. सभापति ने बताया कि प्रबंध कमेटी की बैठक में सदस्यों की ओर से कैश बुक, स्टॉक रजिस्टर व आय व्यय का ब्योरा मांगने पर भी प्रभारी सचिव ने नहीं दिया और सप्ताह भर की मोहलत मांगी है.
एजेंडा के अनुसार निश्चित तिथि पर जब पुनः 23अगस्त 2022 को बैठक बुलाई थी. लेकिन, उसमे प्रभारी सचिव शामिल ही नहीं हुए. सभापति ने यह भी बताया कि प्रभारी सचिव समिति पर तैनात नियमित कर्मचारी को दरकिनार कर अपना निजी आदमी रखकर काम करवाते हैं. इससे समिति को आर्थिक क्षति के साथ ही असुविधा भी हो रही है. सभापति ने इस मामले में स्थानीय अधिकारियों पर भी मिली भगत का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि बाढ़ त्रासदी से त्रस्त किसानों को खाद मुहैया कराने के लिए समिति के पास धन ही नहीं है.जिससे खाद खरीद कर बिक्री की जा सके.
सहायक निबंधक प्रेमचंद्र प्रजापति ने बताया कि अभी हमें शिकायत नहीं मिली है. जब शिकायत मिलेगी तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.जबकि सभापति का कहना है कि शिकायत तो 13 सितम्बर को ही रिसीव करा दी गई है. सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता श्रावस्ती मामले को दबा रहे हैं. लाखों के घोटाले के बाद जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से इस घोटाले पर सफेद स्याह पोतने की कोशिश, उनकी नीयत और कार्य दक्षता के दर्पण को झुठलाने लगी है. ऐसे में किसानों की आय दोगुनी करने की सरकार की मंशा कैसे सफल होगी. यह लाख टके का सवाल भी समिति के 12 हजार सदस्यों के जेहन में कौंधने लगा है.
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