श्रावस्ती: भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सिरसिया थाना क्षेत्र के पिपरहवा जोगा गांव में करंट की चपेट में आकर मां-बेटे की दर्दनाक मौत हो गई. परिजनों ने शवों का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने पंचनामे के बाद शव उनके सुपुर्द कर दिए.
कपड़ा सुखाने गया था बेटा, तभी आया करंट की चपेट में : सिरसिया थाना प्रभारी निरीक्षक विशुन देव पांडेय के अनुसार पिपरहवा (जोगा गांव) निवासी 13 वर्षीय सिराज गुरुवार को आंगन में बंधे तार पर कपड़ा डालने गया था. बगल में ही घर में बिजली सप्लाई के लिए खींचा गया तार गुजरा है. बिजली का तार कटा था और लोहे के तार से टच कर रहा था. जैसे ही सिराज तार पर कपड़े डालने लगा, वह करंट की चपेट में आ गया.
बेटे को बचाने दौड़ी मां की भी मौत : पुलिस ने बताया कि बेटे को तार से चिपका देख मां गुड़िया शोर मचाते हुए उसे छुड़ाने दौड़ पड़ी. इस दौरान मां-बेटे दोनों करंट की चपेट में आ गए और दोनों की दर्दनाक मौत हो गई. परिजन मौके पर पहुंचे तब केबिल को काटकर अलग किया गया. दोनों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए. हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में ले लिया, लेकिन परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया. इस पर पुलिस ने शवों का पंचनामा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
एक साथ दो मौतों से गांव में मातम : एक साथ मां-बेटे की मौत से पूरा गांव दहल उठा. जो भी सुनता मृतक के घर पहुंचता था. परिजनों की चीखपुकार देख अपने आंसू नही रोक पाता. मौके पर पहुंची मृतका की मां जुबेदा बेटी और नाती के शव को देखकर पछाड़मार गिर गई.
यह भी पढ़ें : हैंडपंप पर चावल धुलने गई जेठानी और देवरानी को लगा करंट, मौके पर ही मौत