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नसबंदी के 20 माह बाद गर्भवती हुई महिला, प्रसव के बाद बच्चे की मौत

श्रावस्ती में नसबंदी करा चुकी एक महिला ने 20 माह बाद बच्चे को जन्म दिया है. जन्म के बाद बच्चे की मौत हो गई. पीड़ित महिला ने अब मुआवजे की गुहार लगाई है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 3, 2023, 2:16 PM IST




श्रावस्ती: जनपद के इकौना थाना क्षेत्र में परिवार नियोजन के तहत नसबंदी ऑपरेशन करवाने वाली एक महिला फिर से गर्भवती हो गई. 20 माह बाद महिला ने शनिवार को सीएचसी इकौना में एक बेटे को जन्म दिया. अस्पताल में हालत खराब होने पर उसे जिला अस्पताल भिनगा में इलाज के लिए भेजा गया. वहां बच्चे की मौत हो गई. महिला के पति ने बताया कि उन्होंने इसी अस्पताल में अपनी पत्नी का नसबंदी ऑपरेशन करवाया था.

नसबंदी के बाद भी महिला ने बच्चे को दिया जन्म
इकौना थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक युवक ने बताया कि शुक्रवार को उसने अपनी गर्भवती पत्नी को प्रसव के लिए सीएचसी इकौना में भर्ती कराया था. जहां चिकित्सकों ने बच्चे के जन्म के लिए ऑपरेशन की बात कही लेकिन सीएचसी में भर्ती उनकी पत्नी ने सामान्य प्रसव से एक बेटे को जन्म दिया. अस्पताल में दोनों की हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने जिला अस्पताल भिनगा रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई. युवक ने बताया कि वह हार्ट का मरीज है. जब उनकी पत्नी ने नसबंदी कराई थी, उस समय वह लखनऊ में इलाज के लिए भर्ती थे. यहां इकौना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसकी पत्नी का नसबंदी का आपरेशन कर चिकित्सकों ने बिना हस्ताक्षर और मुहर के प्रमाम पत्र जारी कर दिया था.

इकौना सीएचसी में नहीं हो रही सुनवाई
वहीं, पीड़ित महिला ने बताया कि 4 बच्चे होने के बाद 25 जनवरी 2022 को उसने इकौना सीएचसी में नसबंदी करवाई थी. अप्रैल माह में उन्हें जांच के बाद पता चला कि वह 4 महीने की गर्भवती हैं. सीएचसी में संपर्क किया तो चिकित्सकों ने सरकारी स्तर पर पूरी देखभाल और मुआवजे का आश्वासन देकर घर भेज दिया था. वह अपने पति के साथ 4 माह से मुआवजे के लिए सीएचसी के चक्कर लगा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. यहां प्रसव के बाद उनके बच्चे की भी मौत हो गई.

पीड़ित को मिलेगी सरकारी मदद
सीएचसी अधीक्षक डॉ. राहुल यादव ने बताया कि उन्हें एक माह पूर्व अस्पताल का प्रभार मिला है. महिला के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं हो पाई थी. इस मामले की जांच की जा रही है. साथ ही महिला को मुआवजा दिलाने के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है. जल्द ही पीड़ित महिला को सरकारी मदद मिलेगी.


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श्रावस्ती: जनपद के इकौना थाना क्षेत्र में परिवार नियोजन के तहत नसबंदी ऑपरेशन करवाने वाली एक महिला फिर से गर्भवती हो गई. 20 माह बाद महिला ने शनिवार को सीएचसी इकौना में एक बेटे को जन्म दिया. अस्पताल में हालत खराब होने पर उसे जिला अस्पताल भिनगा में इलाज के लिए भेजा गया. वहां बच्चे की मौत हो गई. महिला के पति ने बताया कि उन्होंने इसी अस्पताल में अपनी पत्नी का नसबंदी ऑपरेशन करवाया था.

नसबंदी के बाद भी महिला ने बच्चे को दिया जन्म
इकौना थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक युवक ने बताया कि शुक्रवार को उसने अपनी गर्भवती पत्नी को प्रसव के लिए सीएचसी इकौना में भर्ती कराया था. जहां चिकित्सकों ने बच्चे के जन्म के लिए ऑपरेशन की बात कही लेकिन सीएचसी में भर्ती उनकी पत्नी ने सामान्य प्रसव से एक बेटे को जन्म दिया. अस्पताल में दोनों की हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने जिला अस्पताल भिनगा रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई. युवक ने बताया कि वह हार्ट का मरीज है. जब उनकी पत्नी ने नसबंदी कराई थी, उस समय वह लखनऊ में इलाज के लिए भर्ती थे. यहां इकौना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसकी पत्नी का नसबंदी का आपरेशन कर चिकित्सकों ने बिना हस्ताक्षर और मुहर के प्रमाम पत्र जारी कर दिया था.

इकौना सीएचसी में नहीं हो रही सुनवाई
वहीं, पीड़ित महिला ने बताया कि 4 बच्चे होने के बाद 25 जनवरी 2022 को उसने इकौना सीएचसी में नसबंदी करवाई थी. अप्रैल माह में उन्हें जांच के बाद पता चला कि वह 4 महीने की गर्भवती हैं. सीएचसी में संपर्क किया तो चिकित्सकों ने सरकारी स्तर पर पूरी देखभाल और मुआवजे का आश्वासन देकर घर भेज दिया था. वह अपने पति के साथ 4 माह से मुआवजे के लिए सीएचसी के चक्कर लगा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. यहां प्रसव के बाद उनके बच्चे की भी मौत हो गई.

पीड़ित को मिलेगी सरकारी मदद
सीएचसी अधीक्षक डॉ. राहुल यादव ने बताया कि उन्हें एक माह पूर्व अस्पताल का प्रभार मिला है. महिला के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं हो पाई थी. इस मामले की जांच की जा रही है. साथ ही महिला को मुआवजा दिलाने के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है. जल्द ही पीड़ित महिला को सरकारी मदद मिलेगी.


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