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साले-बहनोई सहित 6 लोगों की मौत, कड़ाके की ठंड में पल्ली तानकर कर रहे थे जीवन यापन - जिला अस्पताल श्रावस्ती

श्रावस्ती जनपद में इस कड़ाके की ठंड में पल्ली व चद्दर तानकर जीवन यापन कर रहे 6 लोगों की मौत के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना पर जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक और सीएमओ पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं.

District Hospital Shravasti
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Published : Jan 2, 2023, 10:47 PM IST

श्रावस्तीः गिलौला थाना (Gilola police station) क्षेत्र में कड़ाके की ठंड में 2 दिनों के अंदर साले- बहनोई समेत 6 लोगों की मौत हो गई. पेट दर्द व उल्टी होने की शिकायत पर 3 लोगों को सीएचसी में भर्ती कराया गया था. परिवार के लोग ठंड लगने से मौत होना बता रहे हैं. जबकि प्रशासन इसे जांच का विषय बता रहा है.


गिलौला थाना क्षेत्र के नई बस्ती ईदगाह मुहल्ला निवासी ननके (26) व जाबिर (28) के पास रहने के लिए पक्का मकान नहीं है. पल्ली व चद्दर तानकर पत्नी व बच्चों के साथ जीवन यापन कर रहे थे. शनिवार की रात बहनोई ननके की तबियत बिगड़ गई. पेट दर्द व उल्टी होने की शिकायत पर पत्नी के साथ आसपास के लोग इलाज के लिए गिलौला सीएचसी ले गए. यहां हालत में सुधार न होता देख चिकित्सकों ने जिला अस्पताल (District Hospital Shravasti) के लिए रेफर किया. इस दौरान ननके की मौत हो गई. रविवार को दिन में साले जाबिर अली को पेट दर्द व उल्टी होने लगी. हालत बिगड़ता देख लोगों इन्हें भी सीएचसी ले गए. यहां अस्पताल में जाबिर की भी मौत हो गई. परिवार के लोगों ने बिना पोस्टमार्टम कराए दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया. मृतक ननके की पत्नी कौसर जहां व जाबिर की पत्नी रुकसाना ने बताया कि दोनों की मौत ठंड लगने से हुई है. ननके के भाई छेद्दन व जाबिर के भाई हनीफ ने बताया कि इलाज के लिए अस्पताल ले गए तो डाक्टर ने बताया कि ठंड लगी है. दोनों को पेट दर्द व उल्टी की शिकायत के बाद मौत हुई है.

वहीं, रविवार को उड़नबाज (45) पुत्र पांचू को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत हुई. परिवार वाले तुरंत उसे सीएससी ले गए. जहां उसे उचित इलाज नहीं मिल पाया. इस दौरान रात में उसकी भी मौत हो गई. मृतक उड़नबाज के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया. जबकि कस्बे में कूड़ा बनकर अपना गुजारा कर रहे बाल्मीकि की सोमवार की सुबह अचनाक तबियत खराब हो गई. लोग उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए. जहां अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई. जबकि लावारिस घूम रहे बाल्मीक के लिए मोहल्ले के लोग पीएम करवाने से मना कर रहे थे. लेकिन काफी समझाने के बाद बाल्मीक के शव को पीएम के लिए भेजा गया है.

इसी प्रकार यहीं के पुलुर पुत्र रामराज व कनऊवा की भी अचानक मौत हो गई. ताबड़तोड़ हो रही इन मौतों से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. सूचना पाकर मौके पर जिलाधिकारी नेहा प्रकाश (DM Neha Prakash) एवं पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार मौर्य दलबल के साथ जांच पड़ताल के लिए पहुंच गए. अपर जिलाधिकारी डीपी सिंह ने बताया कि यह जांच का विषय है. सीएमओ की टीम जांच में जुटी है. उधर जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने मृतकों की पत्नी व बच्चों का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि परिवार के इस असहनीय दुख-दर्द में हर समय सरकार और जिला प्रशासन उनके साथ है. सरकार द्वारा प्रदत्त नियमानुसार सभी सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी.

यह भी पढ़ें- 'भारत जोड़ो यात्रा' का लक्ष्य हासिल हुआ, राहुल 30 जनवरी को श्रीनगर में करेंगे ध्वजारोहण : कांग्रेस

श्रावस्तीः गिलौला थाना (Gilola police station) क्षेत्र में कड़ाके की ठंड में 2 दिनों के अंदर साले- बहनोई समेत 6 लोगों की मौत हो गई. पेट दर्द व उल्टी होने की शिकायत पर 3 लोगों को सीएचसी में भर्ती कराया गया था. परिवार के लोग ठंड लगने से मौत होना बता रहे हैं. जबकि प्रशासन इसे जांच का विषय बता रहा है.


गिलौला थाना क्षेत्र के नई बस्ती ईदगाह मुहल्ला निवासी ननके (26) व जाबिर (28) के पास रहने के लिए पक्का मकान नहीं है. पल्ली व चद्दर तानकर पत्नी व बच्चों के साथ जीवन यापन कर रहे थे. शनिवार की रात बहनोई ननके की तबियत बिगड़ गई. पेट दर्द व उल्टी होने की शिकायत पर पत्नी के साथ आसपास के लोग इलाज के लिए गिलौला सीएचसी ले गए. यहां हालत में सुधार न होता देख चिकित्सकों ने जिला अस्पताल (District Hospital Shravasti) के लिए रेफर किया. इस दौरान ननके की मौत हो गई. रविवार को दिन में साले जाबिर अली को पेट दर्द व उल्टी होने लगी. हालत बिगड़ता देख लोगों इन्हें भी सीएचसी ले गए. यहां अस्पताल में जाबिर की भी मौत हो गई. परिवार के लोगों ने बिना पोस्टमार्टम कराए दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया. मृतक ननके की पत्नी कौसर जहां व जाबिर की पत्नी रुकसाना ने बताया कि दोनों की मौत ठंड लगने से हुई है. ननके के भाई छेद्दन व जाबिर के भाई हनीफ ने बताया कि इलाज के लिए अस्पताल ले गए तो डाक्टर ने बताया कि ठंड लगी है. दोनों को पेट दर्द व उल्टी की शिकायत के बाद मौत हुई है.

वहीं, रविवार को उड़नबाज (45) पुत्र पांचू को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत हुई. परिवार वाले तुरंत उसे सीएससी ले गए. जहां उसे उचित इलाज नहीं मिल पाया. इस दौरान रात में उसकी भी मौत हो गई. मृतक उड़नबाज के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया. जबकि कस्बे में कूड़ा बनकर अपना गुजारा कर रहे बाल्मीकि की सोमवार की सुबह अचनाक तबियत खराब हो गई. लोग उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए. जहां अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई. जबकि लावारिस घूम रहे बाल्मीक के लिए मोहल्ले के लोग पीएम करवाने से मना कर रहे थे. लेकिन काफी समझाने के बाद बाल्मीक के शव को पीएम के लिए भेजा गया है.

इसी प्रकार यहीं के पुलुर पुत्र रामराज व कनऊवा की भी अचानक मौत हो गई. ताबड़तोड़ हो रही इन मौतों से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. सूचना पाकर मौके पर जिलाधिकारी नेहा प्रकाश (DM Neha Prakash) एवं पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार मौर्य दलबल के साथ जांच पड़ताल के लिए पहुंच गए. अपर जिलाधिकारी डीपी सिंह ने बताया कि यह जांच का विषय है. सीएमओ की टीम जांच में जुटी है. उधर जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने मृतकों की पत्नी व बच्चों का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि परिवार के इस असहनीय दुख-दर्द में हर समय सरकार और जिला प्रशासन उनके साथ है. सरकार द्वारा प्रदत्त नियमानुसार सभी सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी.

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