सहारनपुर: एक तरफ कोरोना महामारी से पूरा देश जंग लड़ रहा है तो वहीं 1 मई को 'मजदूर दिवस' के मौके पर श्रम कल्याण विभाग मजदूरों के आंसू पोछने की कोशिश कर रहा है. मजदूर दिवस के मौके पर श्रम कल्याण विभाग ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. श्रम कल्याण विभाग ने 'आपदा राहत सहायता योजना' के तहत सर्वाधिक मजदूरों के खाते में राशि भेजी है, जिससे इस मामले में सहारनपुर मंडल नंबर-1 पायदान पर है.
सहारनपुर में 88 हजार मजदूरों के खाते में भेजी गई राशि
श्रम कल्याण विभाग ने 88 हजार पंजीकृत मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपये की धनराशि भेजी है, जिससे सहारनपुर मंडल आपदा सहायता राशि भेजने में नंबर-1 पायदान पर आने वाला मंडल बन गया है. इस उपलब्धि से श्रम विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है. साथ ही इस मुश्किल घड़ी में मजदूरों के चेहरे पर खुशी लौट आई है.
मंडल के श्रम कल्याण विभाग के उपायुक्त शक्ति सेन मौर्य ने ईटीवी भारत को बताया कि श्रम कल्याण विभाग ने मजदूरों के लिए 'आपदा राहत सहायता योजना' लॉन्च करके उन्हें एक हजार रुपये प्रति माह देने की कवायद शुरू की है. मंडल के तीन जिलों मुजफ्फरनगर, शामली एवं सहारनपुर में 1 लाख 82 हजार मजदूरों की खातों में आपदा राहत सहायता की पहली किस्त भेज दी गई है.
श्रम कल्याण विभाग के उपायुक्त शक्ति सेन मौर्य ने बताया कि श्रम विभाग में कंस्ट्रक्शन स्तर के पंजीकृत मजदूरों के खातों में एक-एक हजार पहली किस्त भेज दी गई है. इसके अलावा जिन मजदूरों के खाते अपडेट नहीं हैं, उनको अपडेट कराने का काम चल रहा है. शक्ति सेन मौर्य ने बताया कि मंडल में सहारनपुर में 88 हजार, मुजफ्फरनगर में 55 हजार और शामली में लगभग 4 हजार मजदूरों के खातों में पहली किस्त भेज दी गई है.
शेष बचे लगभग 20 हजार खातों को बैंक के माध्यम से अपडेट कराया जा रहा है. ऐसे मजदूरों को फोन पर मैसेज के माध्यम से सूचित किया जा रहा है, जिससे उनके खाते में भी आपदा राहत की राशि भेजी जा सके, जो लोग पहली किस्त से वंचित रह गए हैं, उन्हें दूसरी किस्त के साथ पहली किस्त की राशि भेज दी जाएगी. मजदूरों को योजना का लाभ सफलतापूर्वक दिलाने के लिए मजदूरों की श्रेणियां बनाई गई हैं.
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