शामली: जिले में सादी वर्दीधारी पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाकर पीटने की वारदात सामने आई है. यह वारदात झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव मंसूरा की बताई जा रही है, जहां पर लेन-देन के विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच संघर्ष हो रहा था. इसी बीच उधर से कार में गुजर रहे पुलिसकर्मियों को भी एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के साथी समझकर वारदात को अंजाम दिया.
झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव मंसूरा में हारूण और सद्दाम पक्ष के बीच पिछले काफी दिनों से लेन-देन का विवाद चल रहा है. इसी के चलते सद्दाम पक्ष के लोग कई गाड़ियों में भरकर हमले की नीयत से हारूण के मकान पर पहुंचे थे. दोनों पक्षों में संघर्ष के बीच उधर से गुजर रहे कार सवार दो पुलिसकर्मियों को भी ग्रामीणों ने अपने लपेटे में ले लिया. दरअसल, दोनों पुलिसकर्मी सादी वर्दी में थे, जिन्हें हारूण पक्ष ने सद्दाम पक्ष की तरफ से आए गुण्डे समझकर बंधक बना लिया. पुलिसकर्मियों के प्राइवेट वाहन में तोड़फोड़ करते हुए उनके साथ मारपीट भी की गई. वारदात की सूचना पर पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में पुलिस अधिकारी गांव मंसूरा पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी लेते हुए पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया.
हथियारों की टोह लेने जा रहे थे पुलिसकर्मी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कैराना कोतवाली पुलिस को गांव मंसूरा और रोहटन के जंगलों में अवैध हथियारों की सूचना मिली थी. सूचना पर कैराना कोतवाली पर तैनात आरक्षी अक्षय कुमार व गौरव निजी वाहन में मुखबिर को साथ लेकर गांव मंसूरा में जानकारी जुटाने के लिए गए थे, लेकिन वहां पर दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो रहा था. इसी बीच मौके पर मौजूद बिलाल नाम के एक युवक ने चिल्लाते हुए पुलिसकर्मियों को सद्दाम पक्ष का साथी बताया, जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को घेरकर मारपीट-तोड़फोड़ करते हुए उन्हें बंधक बना लिया.
पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर मारपीट की वारदात में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए बिलाल और अकबर नाम के दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. वारदात में शामिल अन्य लोगों को भी चिन्हित कर गिरफ्तार किया जाएगा. हारूण और सद्दाम पक्ष में हुए संघर्ष में एक महिला भी घायल हुई है. झिंझाना थाने पर हारूण पक्ष की ओर से भी हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. पूरे मामले की विशेष जांच पड़ताल के आदेश दिए गए हैं.
- नित्यानंद राय, एसपी शामली