शामली: भजन गायक पंडित अजय पाठक, उनकी पत्नी और दो बच्चों की हत्या की वारदात में परिजन पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं. इसी के चलते पूरा सच उजागर करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. एसआईटी के रूप में जिला स्तर के तेज तर्रार पुलिस अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
- 31 दिसंबर को मशहूर भजन गायक पंडित अजय पाठक, उनकी पत्नी स्नेहा, बेटी वसुंधरा और बेटे भागवत की हत्या कर दी गई थी.
- पुलिस ने पाठक के शिष्य हिमांशु सैनी को गिरफ्तार कर चौहरे हत्याकांड का खुलासा किया.
- परिजन पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं.
- वारदात में अन्य लोगों के शामिल होने का भी अंदेशा जता रहे हैं.
- इसी के चलते गुरुवार को परिजनों ने सड़क जाम कर एसआईटी से जांच कराने की मांग की गई थी.
एसआईटी को सौंपी गई जांच की जिम्मेदारी
चौहरे हत्याकांड की वारदात में एसपी विनीत जायसवाल द्वारा जिला स्तर पर एसआईटी का गठन किया गया है. स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम में महकमे के चार तेज तर्रार पुलिस अफसरों को शामिल किया गया है. टीम को सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ठोस, सुसंगत, वैज्ञानिक, अभिलेखीय, पुष्टिकारक एवं सारगर्भित साक्ष्य संकलित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
ये भी पढ़ें- कानपुर: शोहदे से परेशान मां 2 बच्चों के साथ कुंए में लगाई छलांग, एक की मौत
पुलिस को मिली चार दिन की रिमांड
31 दिसंबर की रात हुई वारदात में पुलिस द्वारा मुख्य आरोपी के रूप में हिमांशु सैनी को गिरफ्तार किया था. अभियुक्त को एक जनवरी को न्यायालय में पेश किया गया था, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था. पुलिस ने दो जनवरी को हत्यारोपी की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए आवेदन किया था. न्यायालय ने सुनवाई के उपरांत अभियुक्त की चार दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड को मंजूरी दी है.