शामली: लॉकडाउन के कारण सभी कार्य बंद चल रहे हैं, फिर चाहे वो रोजगार हो या शादी-विवाह. वहीं जिले से एक मामला सामने आया है, जहां दूल्हे के बारात न ले जाने पर बिरादरी वालों ने पंचायत बुला ली. पंचायत का आयोजन शादी की दावत नहीं देने वाले परिवार को बिरादरी से निकालने के लिए किया गया था. सूचना मिलने पर पुलिस ने पंचायत में शामिल हुए 28 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे मामले में 34 लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम समेत आईपीसी की संगीन धाराओं में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है.
जिले के थानाभवन थाना क्षेत्र के कस्बा जलालाबाद में पंचायत का आयोजन किया गया. शादी में दावत न मिलने के कारण लोगों ने दावत न देने वाले परिवार का हुक्का-पानी बंद करने के लिए और उन्हें बिरादरी से बाहर करने की बात कही. वहीं सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पंचायत में शामिल हुए 28 लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि इस पूरे मामले में 34 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है.
जिले के मोहल्ला मौहम्मदीगंज निवासी नवाब की शादी मुजफ्फरनगर के जौली गांव में तय हुई थी. लॉकडाउन होने के कारण अनुमति नहीं मिलने पर दूल्हे का परिवार बारातियों को लेकर नहीं जा सका, जिससे नाराज बिरादरी के लोगों ने पंचायत बुला ली. शादी की दावत नहीं मिलने के चलते बिरादरी के लोगों की यह पंचायत मोहल्ला अमानत अली में परवेज उर्फ सद्दू के घर में आयोजित की. पंचायत में पहुंचे करीब 32 से अधिक लोगों ने जमा होकर दूल्हे के परिवार को बिरादरी से निकालने की पैरवी शुरू कर दी. वहीं सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने छानबीन शुरू करते हुए पंचायत में शामिल 28 लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि इस बीच अन्य फरार हो गए.
एक घर में भीड़ के इक्ट्ठा होने की सूचना मिली थी. पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच की. पंचायत में उपस्थित 34 लोगों को चिन्हित कर लॉकडाउन के उल्लंघन की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. इनमें से 28 लोगों को गिरफ्तार कर उचित वैधानिक कार्रवाई की गई है.
-अमित सक्सेना, सीओ थानाभवन