शामली: जिले में खादर क्षेत्र में यमुना तटबंध पर सैंकड़ों हरे पेड़ लगाए गए थे, जिन्हें खनन माफियाओं ने साजिश के तहत नष्ट करा दिया है. करीब पांच किलोमीटर के तटबंध से हरे पेड़ गायब होने के बावजूद भी मामले में अभी तक कोई एफआईआर तक नहीं हो पाई है.
क्या है पूरा मामला-
- जिले के खादर क्षेत्र में गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए यमुना पर तटबंध बनाए गए हैं.
- कैराना खादर क्षेत्र में नगलाराई से यमुना पुल तक पांच किलोमीट के तटबंध पर सैंकड़ों पेड़ लगे हुए थे.
- खनन माफियाओं ने रास्ता निकालने के लिए सैकड़़ों पेड़ों को नष्ट करा दिया है.
- पेड़ों को नष्ट करने के बाद बड़े पेड़ों की लकड़ियां भी मौके से गायब कर दी गई हैं.
- सैंकड़ों पेड़ नष्ट होने के बावजूद भी वन विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है.
डीएम अखिलेश सिंह का कहना है कि डीएफओ को आदेश दिया गया है कि वह मौके पर जाकर निरीक्षण करें. यदि ऐसी कोई बात है, तो फौरन मामले का संज्ञान लिया जाएगा. यदि कोई व्यक्ति दोषी है तो उसके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. खनन पट्टों को शर्तों के अधीन ही चलाने के आदेश दिए गए हैं. नियमों का उल्लंघन करने पर विधिक प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी.