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शामली: मंडलायुक्त से शिकायत के बाद मीट प्लांट पर छापेमारी

उत्तर प्रदेश के शामली में लोगों की शिकायत पर मीट प्लांट में छापेमारी की गई. छापेमारी से मीट प्लांट कर्मचारियों में हड़कंप मच गया.

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Published : Nov 30, 2019, 5:50 AM IST

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मीट प्लांट पर छापेमारी.

शामली: जिले के कैराना कस्बे में स्थित मीम एग्रो मीट प्लांट पर प्रशासनिक टीम ने छापमारी की. यह छापेमारी लोगों द्वारा मंडलायुक्त से शिकायत करने के बाद की गई. प्रशासनिक टीम ने पशु और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मीट प्लांट पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम ने प्लांट में सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल भी की.

मीट प्लांट पर छापेमारी.
क्या है पूरा मामला
  • पंजीठ के ग्राम प्रधान इरशाद ने कैराना पहुंचे मंडलायुक्त से मीट प्लांट को बंद कराए जाने की मांग की थी.
  • आरोप था कि मीट प्लांट के कारण आस-पास इलाके में प्रदूषण फैल रहा है और भूजल भी प्रदूषित हो रहा है.
  • पानी खराब होने से लोग हेपेटाइटिस-सी जैसी गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं.
  • मंडलायुक्त ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जनपदस्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे.
  • अधिकारियों ने मीट प्लांट पर छापेमारी करते हुए, प्लांट में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली.


मात्र छह मिनट में जांच
मीम एग्रो मीट प्लांट पर पहुंची टीम कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करती नजर आई. सबसे पहले अधिकारियों ने कुछ देर के लिए कार्यालय में बैठकर सीसीटीवी फुटेज खंगाली. इसके बाद सिर्फ छह मिनट में कागजी कार्रवाई पूरी कर टीम वापस लौट गई.

अवकाश में मीट प्लांट के चलने की सूचना पर औचक निरीक्षण किया गया था, लेकिन मौके पर कोई अवैध कटान नहीं मिला. मौके पर दुर्गंध भी नहीं मिली.
-राजेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, शामली

शामली: जिले के कैराना कस्बे में स्थित मीम एग्रो मीट प्लांट पर प्रशासनिक टीम ने छापमारी की. यह छापेमारी लोगों द्वारा मंडलायुक्त से शिकायत करने के बाद की गई. प्रशासनिक टीम ने पशु और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मीट प्लांट पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम ने प्लांट में सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल भी की.

मीट प्लांट पर छापेमारी.
क्या है पूरा मामला
  • पंजीठ के ग्राम प्रधान इरशाद ने कैराना पहुंचे मंडलायुक्त से मीट प्लांट को बंद कराए जाने की मांग की थी.
  • आरोप था कि मीट प्लांट के कारण आस-पास इलाके में प्रदूषण फैल रहा है और भूजल भी प्रदूषित हो रहा है.
  • पानी खराब होने से लोग हेपेटाइटिस-सी जैसी गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं.
  • मंडलायुक्त ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जनपदस्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे.
  • अधिकारियों ने मीट प्लांट पर छापेमारी करते हुए, प्लांट में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली.


मात्र छह मिनट में जांच
मीम एग्रो मीट प्लांट पर पहुंची टीम कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करती नजर आई. सबसे पहले अधिकारियों ने कुछ देर के लिए कार्यालय में बैठकर सीसीटीवी फुटेज खंगाली. इसके बाद सिर्फ छह मिनट में कागजी कार्रवाई पूरी कर टीम वापस लौट गई.

अवकाश में मीट प्लांट के चलने की सूचना पर औचक निरीक्षण किया गया था, लेकिन मौके पर कोई अवैध कटान नहीं मिला. मौके पर दुर्गंध भी नहीं मिली.
-राजेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, शामली

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उत्तर प्रदेश के शामली में लोगों को बीमारियां और प्रदूषण बांट रहे मीट प्लांट के खिलाफ जनता ने मंडलायुक्त से शिकायत की. अधिकारियों की छापेमारी से मीट प्लांट कर्मचारियों में हड़कंप मच गया.Body:शामली: जिले के कैराना कस्बे में स्थित मीट प्लांट की मंडलायुक्त से शिकायत के बाद सिस्टम हरकत करता नजर आया. प्रशासनिक टीम ने पशु और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मीट प्लांट पर छापेमारी की। टीम ने प्लांट में सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल भी की, लेकिन छापेमारी की कार्रवाई सिर्फ खानापूर्ति तक सिमट कर रह गई.

क्या है पूरा मामला?
. पंजीठ के ग्राम प्रधान इरशाद ने कैराना पहुंचे मंडलायुक्त से मीट प्लांट को बंद कराये जाने की मांग की थी.

. आरोप था कि मीट प्लांट के कारण आसपास इलाके में प्रदूषण फैल रहा है और भूजल भी प्रदूषित हो रहा है.

. पानी खराब होने से लोग हेपेटाइटिस-सी जैसी गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं.

. मंडलायुक्त ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जनपदस्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा—निर्देश दिए थे.

. अधिकारियों ने मीट प्लांट पर छापेमारी करते हुए वहां प्लांट में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली.

मात्र छह मिनट में जांच ?
कैराना के मीम एग्रो मीट प्लांट पर पहुंची टीम ने कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करती नजर आई. सबसे पहले से कुछ देर के लिए अधिकारियों ने कार्यालय में बैठकर सीसीटीवी फुटेज खंगाली. इसके बाद सिर्फ छह मिनट में कागजी कार्रवाई पूरी कर टीम वापस लौट गई.Conclusion:
इन्होंने कहा—
अवकाश में मीट प्लांट के चलने की सूचना पर औचक निरीक्षण किया गया था, लेकिन मौके पर कोई अवैध कटान नही मिला. मौके पर दुर्गंध भी नही मिली. संभवत: खुशबुदार पानी का छिड़काव किया गया था.
— राजेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, शामली

बाइट: राजेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, शामली

नोट: खबर रैप से भेजी गई है।

रिपोर्टर: सचिन शर्मा
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