शामली: जिले के कैराना कस्बे में स्थित मीम एग्रो मीट प्लांट पर प्रशासनिक टीम ने छापमारी की. यह छापेमारी लोगों द्वारा मंडलायुक्त से शिकायत करने के बाद की गई. प्रशासनिक टीम ने पशु और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मीट प्लांट पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम ने प्लांट में सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल भी की.
- पंजीठ के ग्राम प्रधान इरशाद ने कैराना पहुंचे मंडलायुक्त से मीट प्लांट को बंद कराए जाने की मांग की थी.
- आरोप था कि मीट प्लांट के कारण आस-पास इलाके में प्रदूषण फैल रहा है और भूजल भी प्रदूषित हो रहा है.
- पानी खराब होने से लोग हेपेटाइटिस-सी जैसी गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं.
- मंडलायुक्त ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जनपदस्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे.
- अधिकारियों ने मीट प्लांट पर छापेमारी करते हुए, प्लांट में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली.
मात्र छह मिनट में जांच
मीम एग्रो मीट प्लांट पर पहुंची टीम कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करती नजर आई. सबसे पहले अधिकारियों ने कुछ देर के लिए कार्यालय में बैठकर सीसीटीवी फुटेज खंगाली. इसके बाद सिर्फ छह मिनट में कागजी कार्रवाई पूरी कर टीम वापस लौट गई.
अवकाश में मीट प्लांट के चलने की सूचना पर औचक निरीक्षण किया गया था, लेकिन मौके पर कोई अवैध कटान नहीं मिला. मौके पर दुर्गंध भी नहीं मिली.
-राजेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, शामली