शामली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की कुछ हिस्सेदारी शेयर मार्केट में लिस्ट करने का सरकारी फैसला सुनाया था. इसके विरोध में शामली जिले में एलआईसी कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने वित्त मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की. कर्मचारियों ने कहा कि सरकार का यह कदम एलआईसी के निजीकरण की ओर इशारा करने वाला है.
- मंगलवार को जिला मुख्यालय की मुख्य एलआईसी मुख्य शाखा पर कर्मचारियों ने हंगामा प्रदर्शन किया.
- एलआईसी कर्मचारियों ने वित्त मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
- कर्मचारियों ने बताया कि बजट भाषण में वित्त मंत्री ने एलआईसी के शेयर स्टॉक मार्केट में लिस्ट करने की बात कही है.
- ऐसा होने पर एलआईसी निजी हाथों में चली जाएगी, जबकि फिलहाल इसकी 100 फीसदी हिस्सेदारी केंद्र सरकार के पास है.
- कर्मचारियों द्वारा मेरठ डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज यूनियन के आह्वान पर एक घंटे की हड़ताल भी की गई.
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क्यों विरोध कर रहे कर्मचारी
बजट भाषण में वित्त मंत्री ने एलआईसी के संबंध में initial public offering (ipo) से जुड़ा बयान दिया था. भविष्य में आईपीओ के जरिए एलआईसी के शेयर जनता के लिए जारी किए जा सकते हैं. इसके चलते यहां काम करने वाले कर्मचारियों को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है. इसके चलते एलआईसी कर्मचारी सरकार के इस फैसले का विरोध करने में जुट गए हैं.
अभी जो बजट आया है, उस बजट में सरकार ने एलआईसी के आईपीओ लाने की बात कही है. उसी के विरोध में सभी डिवीजन में एक घंटे की वर्कआउट स्ट्राइक की गई है. सरकार एक तरह से एलआईसी के निजीकरण की तरफ जाना चाहती है, जिसका विरोध हो रहा है.
-विरेंद्र सिंह पुण्डीर, यूनियन पदाधिकारी