शामली: हिसार कैंट में जासूसी के आरोप में पकड़े गए मसावी गांव के खालिद और उसके दो साथी महताब और रागीब को जांच एजेंसियों ने गहन पूछताछ के बाद रिहा कर दिया है. घर पहुंचते ही खालिद की मां इमराना ने उसे अपने कलेजे से चिपका लिया. बेटे को सकुशल पाकर मां ने सेना की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि सेना कोई भेदभाव नहीं करती. हमें देश की सेना पर गर्व है.
क्या था मामला
- एक अगस्त को मिल्ट्री इंटेलिजेंस ने हरियाणा के हिसार कैंट में तीन युवकों को जासूसी के आरोप में हिरासत में लिया था.
- इनमें से शामली के मसावी गांव का खालिद, मुजफ्फरनगर का मेहताब और रागीब शामिल थे.
- इनके मोबाइल से कैंट क्षेत्र की सेल्फी और वीडियो क्लिप भी बरामद हुई थी, जिन्हें वाट्सऐप से पाकिस्तान भेजा गया था.
खालिद बोला दोस्तों ने बनाई थी वीडियो
- खालिद ने बताया कि वह सो रहा था, उसी दौरान मेहताब ने सैनिकों की दौड़ लगाते हुए फोटो खींच ली और वीडियो भी बनाई थी.
- मेहताब का एक दोस्त पाकिस्तान में रहता है, जिसे मेहताब ने यह वीडियो अपने घर भेजने के साथ अपने दोस्त को पाकिस्तान भी भेज दी थी.
- इसके बाद मेहताब और राकिब ने मुख्य गेट पर भी सेल्फी ली, जिसके बाद सेना ने तीनों को जासूसी के शक में पकड़ लिया.
- पूछताछ में जब सेना को लगा कि उनका कोई दोष नहीं है, तो उन्हें पुलिस को सौंप दिया गया. इसके बाद पुलिस ने भी उन्हें रिहा कर दिया.
सेना ने बेकसूर बेटे को छोड़कर बहुत अच्छा काम किया है. परिवार समेत पूरे गांव में खुशी का माहौल है. सेना में कोई भेदभाव नहीं है. वहां सब कुछ अच्छा है. हमें देश की सेना पर गर्व है.
-इमराना, खालिद की मां