शामली: हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज (ताजेवाला) से आठ लाख क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया है. जिससे यूपी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. शामली में यमुना खतरे के निशान के करीब बह रही है. ज्यादा पानी आने से कई तटबंधों को भी क्षति पहुंची है. वहीं खादर क्षेत्र में खेती करने वाले किसानों की हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है.
हाई अलर्ट पर शामली-
- पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते सभी प्रमुख बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है.
- हरियाणा के यमुनानगर में स्थित ताजेवाला बांध से पांच साल बाद रिकॉर्ड आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.
- वर्ष 2013 में इस बांध से आठ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने की वजह से शामली के खादर क्षेत्र में बाढ़ आ गई थी.
- इसबार बाढ़ के खतरे को देखते हुए शामली में जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है.
- यमुना खादर क्षेत्र में बसे 21 गांवों की विशेष निगरानी की जा रही है. जबकि कैराना तहसील के नौ गांवों को रेड अलर्ट पर रखा गया है.
- यमुना का पानी तेजी के साथ दिल्ली की ओर बढ़ रहा है, इसके चलते देश की राजधानी में भी खतरे की घंटी बज रही है.
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हथिनी कुंड बैराज से लगभग आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. यमुना में जलस्तर काफी बढ़ गया है. अलर्ट के मद्देनजर सभी विभागों को निर्देशित करते हुए निगरानी की जा रही है. सभी गांवों में मुनादी कराके चेतावनी दी जा रही है. सिंचाई विभाग द्वारा भी आवश्यक प्रबंध करवाए जा रहे हैं. यमुना अभी खतरे के निशान से थोड़ा नीचे बह रही है.
अमित पाल शर्मा, एसडीएम