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शामली: पर्चियों के खेल में उलझे मरीज, डीएम ने बैठाई जांच

उत्तर प्रदेश के शामली में सरकारी अस्पतालों में यूं तो एक रुपये की पर्ची पर गरीबों का इलाज करने का दावा किया जाता है, लेकिन हकीकत यह है कि अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को बाहर की दवा लिख दी जा रही है.

शामली में जिला अस्पताल की जांच करते डीएम.
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Published : Oct 13, 2019, 6:42 AM IST

शामलीः एक रुपये की पर्ची पर इलाज कराने की आस में जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की डाक्टरों द्वारा जेब खाली कर दी जा रही है. इन शिकायतों के मद्देनजर जांच करने पहुंचे डीएम अखिलेश सिंह ने जांच बैठा दी है.

जिला अस्पताल में बाहर से दवाईयां लिखे जाने की शिकायत पर डीएम ने औचक निरीक्षण किया. अस्पताल में मौजूद कुछ मरीजों ने डाक्टरों द्वारा बाहर से लिखी गई दवाईयों की पर्चियां भी डीएम को दिखाई. डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच बैठा दी है. जिससे अस्पताल में हड़कंप मच गया है.

डीएम ने शामली में सरकारी अस्पतालों की जांच के दिए आदेश.
पढ़ें-फर्जी दारोगा बन सपने सजाए शादी के, किस्मत फूटी... दिन आए बर्बादी के
जिला अस्पताल के बाद डीएम ने आस-पास मौजूद प्राईवेट मेडिकल स्टोर्स को चेक किया. जांच के दौरान मेडिकल स्टोर पर दवाईयों की बिक्री संबंधित कोई रिकार्ड नहीं मिले. डीएम ने संबंधित अफसरों को जांच कर वैधानिक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है.
सरकारी अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया गया था. निरीक्षण में मुख्य रूप से ये देखना था, कि डाक्टर मरीजों को बाहर से दवाईयां तो नहीं लिख रहे हैं. कुछ मरीजों द्वारा बाहर से दवाईयां लिखे जाने की शिकायत की गई थी. मामले में जांच बैठा दी गई है. कुछ प्राईवेट मेडिकल स्टोरों को भी चेक किया गया. स्टोरों पर दवाईयों की बिक्री से संबंधित कोई लेखा जोखा नहीं मिला. सबंधित अफसरों को कार्रवाई के लिए कहा जाएगा.

-अखिलेश कुमार, डीएम

शामलीः एक रुपये की पर्ची पर इलाज कराने की आस में जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की डाक्टरों द्वारा जेब खाली कर दी जा रही है. इन शिकायतों के मद्देनजर जांच करने पहुंचे डीएम अखिलेश सिंह ने जांच बैठा दी है.

जिला अस्पताल में बाहर से दवाईयां लिखे जाने की शिकायत पर डीएम ने औचक निरीक्षण किया. अस्पताल में मौजूद कुछ मरीजों ने डाक्टरों द्वारा बाहर से लिखी गई दवाईयों की पर्चियां भी डीएम को दिखाई. डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच बैठा दी है. जिससे अस्पताल में हड़कंप मच गया है.

डीएम ने शामली में सरकारी अस्पतालों की जांच के दिए आदेश.
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जिला अस्पताल के बाद डीएम ने आस-पास मौजूद प्राईवेट मेडिकल स्टोर्स को चेक किया. जांच के दौरान मेडिकल स्टोर पर दवाईयों की बिक्री संबंधित कोई रिकार्ड नहीं मिले. डीएम ने संबंधित अफसरों को जांच कर वैधानिक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है.
सरकारी अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया गया था. निरीक्षण में मुख्य रूप से ये देखना था, कि डाक्टर मरीजों को बाहर से दवाईयां तो नहीं लिख रहे हैं. कुछ मरीजों द्वारा बाहर से दवाईयां लिखे जाने की शिकायत की गई थी. मामले में जांच बैठा दी गई है. कुछ प्राईवेट मेडिकल स्टोरों को भी चेक किया गया. स्टोरों पर दवाईयों की बिक्री से संबंधित कोई लेखा जोखा नहीं मिला. सबंधित अफसरों को कार्रवाई के लिए कहा जाएगा.

-अखिलेश कुमार, डीएम

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एक रूपए की पर्ची पर ईलाज कराने की आस में सरकारी अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों से जमकर लूटपाट हो रही है. डाक्टर मरीजों को बाहर से दवाईयां लाने के लिए पर्चियां थमा देते हैं. शामली के जिला अस्पताल में बाहर से दवाईयां लिखे जाने की शिकायत पर डीएम ने औचक छापेमारी की.Body:
शामली: सरकारी अस्पतालों में यूं तो एक रूपए की पर्ची पर गरीबों का ईलाज करने का दावा किया जाता है, लेकिन हकीकत कुछ ओर ही है. डाक्टर अस्पतालों में ईलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों की जेब खाली कर उन्हें घर भेजने का काम कर रहे हैं. इन्हीं शिकायतों के मद्देनजर डीएम अखिलेश सिंह ने जिला अस्पताल में छापेमारी करते हुए पड़ताल की. अस्पताल में मौजूद कुछ मरीजों ने डाक्टरों द्वारा बाहर से लिखी गई दवाईयों की पर्चियां डीएम को दिखाई. डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच बैठा दी है.

स्टोर संचालकों में हड़कंप
. जिला अस्पताल के बाद डीएम ने आस—पास मौजूद प्राईवेट मेडिकल स्टोर को चेक किया.

. मेडिकल स्टोर पर दवाईयों की बिक्री संबंधित कोई रिकार्ड नही मिले.

. डीएम ने संबंधित अफसरों को जांच व वैधानिक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया.

. डीएम की छापेमारी से जिला अस्पताल और प्राईवेट स्टोर संचालकों में हड़कंप साफ नजर आया. Conclusion:इन्होंने कहा—
अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया गया था. निरीक्षण में मुख्य रूप से यें देखना था कि डाक्टर मरीजों को बाहर से दवाईयां तो नही लिख रहे हैं. कुछ मरीजों द्वारा बाहर से दवाईयां लिखे जाने की शिकायत की गई. मामले में जांच बैठा दी गई है. कुछ प्राईवेट मेडिकल स्टोरों को भी चेक किया गया. स्टोरों पर दवाईयों की बिक्री से संबंधित कोई लेखा जोखा नही मिला. संबंधित अफसरों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है.
— अखिलेश कुमार, डीएम शामली

बाइट: अखिलेश कुमार, डीएम शामली

Reporter: sachin sharma
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