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शामली: जातीय हिंसा को लेकर अलर्ट, सोशल मीडिया पर साइबर सेल का पहरा - shamli hindi news

यूपी के शामली जिले में साइबर सेल सोशल मीडिया की प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रखे हुए है. सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वाले और बिना सोचे-समझे आपत्तिजनक कंटेंट डालने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस सख्त कानूनी कार्रवाई के मूड में है.

एसपी नित्यानंद रॉय.
एसपी नित्यानंद रॉय.
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Published : Oct 6, 2020, 6:00 PM IST

शामली: हाथरस कांड को लेकर यूपी में जातीय हिंसा भड़काने की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस का पहरा बढ़ गया है. शामली जिले में भी इसे लेकर विशेष सर्तकता बरती जा रही है. जिले में सोशल मीडिया साइटों पर साइबर सेल नजर रखे हुए है.

सुरक्षा एजेंसियों ने किया जातीय हिंसा भड़काने का पर्दाफाश

देश की सुरक्षा एजेंसियों ने यूपी में हाथरस कांड को लेकर जातीय हिंसा भड़काने की साजिश का पर्दाफाश किया है. जातीय हिंसा भड़काने के लिए इंटरनेट पर एक वेबसाइट के जरिए दुष्प्रचार भी सामने आया है. यह वेबसाइट पूरी तरह से फर्जी बताई जा रही है, जिसकी फंडिंग विदेशों से होने की जानकारी भी मिल रही है. इतना ही नहीं हाथरस कांड के जरिए देश में हिंसा भड़काने के पीछे कुछ समाज विरोधी तबकों के चेहरे से भी नकाब उठा है. खुलासा होने पर अब प्रदेश में पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर होने वाले दुष्प्रचार की सक्रियता से छानबीन शुरू कर दी गई है.

साइबर सेल रख रहा नजर

शामली जिले में पुलिस के साइबर सेल और खुफिया विभाग से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी सोशल मीडिया की प्रत्येक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. एसपी नित्यानंद रॉय ने बताया कि सोशल मीडिया पर समाज विरोधी, हिंसक और आपत्तिजनक दुष्प्रचार करने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है. यदि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया के जरिए कानून का उल्लंघन और शांति व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

शामली: हाथरस कांड को लेकर यूपी में जातीय हिंसा भड़काने की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस का पहरा बढ़ गया है. शामली जिले में भी इसे लेकर विशेष सर्तकता बरती जा रही है. जिले में सोशल मीडिया साइटों पर साइबर सेल नजर रखे हुए है.

सुरक्षा एजेंसियों ने किया जातीय हिंसा भड़काने का पर्दाफाश

देश की सुरक्षा एजेंसियों ने यूपी में हाथरस कांड को लेकर जातीय हिंसा भड़काने की साजिश का पर्दाफाश किया है. जातीय हिंसा भड़काने के लिए इंटरनेट पर एक वेबसाइट के जरिए दुष्प्रचार भी सामने आया है. यह वेबसाइट पूरी तरह से फर्जी बताई जा रही है, जिसकी फंडिंग विदेशों से होने की जानकारी भी मिल रही है. इतना ही नहीं हाथरस कांड के जरिए देश में हिंसा भड़काने के पीछे कुछ समाज विरोधी तबकों के चेहरे से भी नकाब उठा है. खुलासा होने पर अब प्रदेश में पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर होने वाले दुष्प्रचार की सक्रियता से छानबीन शुरू कर दी गई है.

साइबर सेल रख रहा नजर

शामली जिले में पुलिस के साइबर सेल और खुफिया विभाग से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी सोशल मीडिया की प्रत्येक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. एसपी नित्यानंद रॉय ने बताया कि सोशल मीडिया पर समाज विरोधी, हिंसक और आपत्तिजनक दुष्प्रचार करने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है. यदि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया के जरिए कानून का उल्लंघन और शांति व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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