शामली: यूपी में धर्मांतरण से जुड़ा एक मामला शामली जिले के कैराना में भी सामने आया है. यहां पर एक मुस्लिम शख्स ने कथित तौर पर गरीब हिंदू परिवारों का धर्मांतरण कराने वाले चार लोगों को नामजद करते हुए अन्य अज्ञात के खिलाफ कैराना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें धर्मांतरण मामले के मुख्य आरोपी बताए जा रहे उमर गौतम का नाम भी शामिल है.
ये है पूरा मामला
दरअसल, कैराना क्षेत्र के गांव दभेड़ी खुर्द निवासी दिलशाद नाम के व्यक्ति ने स्थानीय कोतवाली में चार लोगों को नामजद करते हुए अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. दिलशाद ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान देवंबद निवासी अनस, ओखला नई दिल्ली निवासी मोहम्मद आसिम समेत उमर गौतम और मुफ्ती जहांगीर नाम के चार लोग अपने अज्ञात साथियों के साथ उसके पास पहुंचे थे, जिन्होंने दंगे में बेघर हुए मुसलमानों को बसाने के लिए खुदा व दीन का वास्ता देकर उसकी जमीन का बैनामा अपने ट्रस्ट के नाम करा लिया था.
जमीन पर 305 मकान और एक मस्जिद भी बनवाई गई थी. शिकायकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसे बाद में पता चला कि इन लोगों ने एक गिरोह बना रखा है, जो गरीब हिंदू परिवारों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराते हैं.
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विरोध करने पर दी थी धमकी
मुकदमा दर्ज कराने वाले दिलशान ने पुलिस को बताया कि असलियत पता चलने पर उसने विरोध किया, तो गरीब लोगों का धर्मांतरण कराने वालों ने उसे दीन से खारिज कराकर जान से मरवा देने की भी धमकी दी.
शिकायकर्ता का आरोप है कि आरोपियों ने फर्जी तरीके से उसकी चार बीघा भूमि का बैनामा भी करा लिया था, जिसका मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है.
आरोप है कि धर्मांतरण गैंग का मुखिया हासिम कासमी नाम का व्यक्ति है, जो विदेश में रहकर धन इकट्ठा करता है. उसने पूरे भारत में अपने गिरोह का जाल बिछा रखा है, जो आए दिन गरीब लोगों को अपने जाल में फंसाकर शादी व मकान का लालच देकर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं.
उमर गौतम व मुफ्ती जहांगीर हो चुके हैं गिरफ्तार
जून 2021 में यूपी के नोएडा में धर्मांतरण कराने के आरोप में यूपी एटीएस ने मुफ्ती उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया था. अब इन लोगों के खिलाफ कैराना में भी मुकदमा दर्ज हुआ है. फिलहाल शामली में दर्ज हुई एफआईआर के संबंध में कैराना कोतवाली प्रभारी अनिल कपरवान ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के आदेशों के तहत शिकायकर्ता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू की है.
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